UKSSSC : चयनित अभ्यर्थियों ने सीएम से लगाई गुहार, उनके साथ न हो अन्याय
चम्पावत। यूकेएसएसएससी परीक्षा के पेपर लीक का मामला उजागर होने के बाद परीक्षा के चयनित अभ्यर्थियों में भविष्य को लेकर तमाम आशंकाएं जन्म ले रही हैं। परीक्षा में चयनित क्षेत्र के तमाम युवाओं ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र भेज कर उनके साथ अन्याय न होने देने की गुहार लगाई है। सीएम को संबोधित ज्ञापन उनके यहां स्थित कैंप कार्यालय में सौंपा गया। पत्र में कहा गया है कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा दिनांक 6 नवंबर 2020 को स्नातक स्तरीय लेवल पर 894 पदों के लिए अध्यतन जारी किया गया था, जिसकी परीक्षा आयोग द्वारा 4 और 5 दिसंबर 2021 तीन पारियों में पूर्ण करवाई गई। परीक्षा में 2.5 लाख अभ्यर्थियों द्वारा आवेदन किया गया था, जिसमें 1.5 लाख अभ्यर्थियों ने भाग लिया। परीक्षा का परिणाम सात अप्रैल को जारी हुआ। पदों का अभिलेख सत्यापन 17 मई से 27 मई तक पूर्ण कराया गया। ज्ञापन में कहा गया है कि इस परीक्षा में बड़ी संख्या में बहुत ही मेहनती और कड़ी तपस्या के बाद लोगों का चयन हुआ है। कई सालों की मेहनत और विकट परिस्थितियों में पढ़ने के बाद कई गरीब परिवार के युवाओं ने परीक्षा को पास किया है। कहा गया है कि उन्हें जांच से कोई भी समस्या नहीं है। पूरी भर्ती की जांच होनी चाहिए।
ज्ञापन में चयनित अभ्यर्थियों ने कहा है कि वे हाथ जोड़कर यह विनती करते हैं कि जो लोग भी जांच के बाद दोषी पाए जाते हैं, उनके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाए। कहा है कि चंद गलत लोगों के किए कृत्य की सजा राज्य में अंतिम छोर पर खड़े उस गरीब को न मिले, जिसने कड़े परिश्रम व ईमानदारी से परीक्षा पास की है। गुहार लगाई है कि पूरी परीक्षा को रद्द न कर चयनित अभ्यर्थियों को उनकी मेहनत का फल दिया जाए। कहा है कि चयनित अभ्यर्थी इस समय अपने भविष्य को लेकर खासे चिंतित हैं। उनकी मानसिक स्थिति पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। ज्ञापन देने वालों में लता जोशी, अंजू बिष्ट, नेहा जोशी, रीता जोशी, नीतू पंत, मोहित बोहरा, हरीश चन्द्र, विवेकानन्द पंत, सचिन सिंह कुंवर, मनोज गिरी, अशोक पाण्डेय, भावेश चन्द्र गहतोड़ी आदि शामिल हैं।