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उत्तराखंड : एक और भ्रष्टाचारी गिरफ्तार, एआरटीओ को विजिलेंस ने किया अरेस्ट

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प्रदेश में फैले भ्रष्टाचार पर धामी सरकार का एक और बड़ा प्रहार हुआ है। 2009 बैच के पीसीएस अधिकारी और एआरटीओ आनंद जायसवाल को विजिलेंस ने गिरफ्तार किया है। उन पर चालान के जुर्माने को अधिक वसूलना और राजस्व कोष में कम पैसा दर्शाने के गंभीर आरोप लगे हैं। इसी के चलते विजिलेंस की यह बड़ी कार्यवाही हुई है। एआरटीओ आनंद जायसवाल को गिरफ्तार किया गया है। भ्रष्टाचार के मामले को लेकर विजिलेंस ने 2017 में धारा 420, 467, 468, 471, 409 आईपीसी एवं 13 (1) 13 (2) पीसी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया था। एआरटीओ आनंद जायसवाल ने ऋषिकेश में तैनाती के दौरान भ्रष्टाचार किया था। वह वर्तमान में देहरादून परिवहन मुख्यालय में तैनात थे। बताया जा रहा है कि आनंद जायसवाल जब ऋषिकेश में तैनात थेए तब उन पर भ्रष्टाचार में लिप्त होने के आरोप लगे थे। आरोप है कि ऋषिकेश में अपने कार्यकाल के दौरान एआरटीओ आनंद जायसवाल गाड़ियों का एमवी एक्ट के तहत कार्रवाई कर सीज करते थे और फिर उनकी जुर्माने की राशि में घपलेबाजी करते थे। उनपर 29 लाख की हेराफेरी का आरोप है। एआरटीओ आनंद जायसवाल तीसरे बड़े अधिकारी हैं, जिन्हें विजिलेंस ने गिरफ्तार किया है। उनसे पहले विजिलेंस पूर्व आईएएस रामविलास यादव व पूर्व आईएफएस किशन चंद को गिरफ्तार कर चुकी है।

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