उत्तराखंड # तीन सीटों पर बूथ मजबूत, फिर भी गच्चा खा गई भाजपा, सीएम धामी की सीट पर इतने बूथों पर मिली हार
विधानसभा चुनाव में भाजपा का बूथ जीता, चुनाव जीता का मंत्र तीन सीटों पर नहीं चल पाया। चुनाव में ज्यादा सीटों पर बूथ मजबूत होने के बावजूद भाजपा मात खा गई। 23 विधानसभा सीटों पर हो रही समीक्षा के दौरान आंकड़ों के विश्लेषण से यह रोचक तथ्य सामने आया है कि भाजपा ने हरिद्वार ग्रामीण, अल्मोड़ा और हल्द्वानी विधानसभा सीटों पर सबसे अधिक बूथों बढ़त बनाई, इसके बावजूद पार्टी प्रत्याशी चुनाव हार गए।
भाजपा पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद विधानसभा चुनाव में मिली हार का गम शायद ही कभी भुला पाएंगे। उन्होंने हरिद्वार ग्रामीण विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ा, लेकिन वह पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बेटी अनुपमा रावत से चुनाव हार गए। दिलचस्प बात यह है कि यतीश्वरानंद 87 बूथों पर सबसे अधिक वोट प्राप्त किए और 61 बूथों पर वह दूसरे स्थान पर रहे। 15 बूथ ही ऐसे थे, जहां उन्हें तीसरे स्थान पर रहना पड़ा। इसके बावजूद उन्हें जीत नसीब नहीं हो पाई। ठीक यही दशा भाजपा की अल्मोड़ा विधानसभा सीट पर भी रही। भाजपा के कैलाश शर्मा 85 बूथों पर आगे रहे। 70 बूथों पर कांग्रेस प्रत्याशी मनोज तिवारी ने बढ़त बनाई। समीक्षा में तथ्य सामने आया कि सिर्फ दो बूथों पर भाजपा का ऐसा गणित बिगड़ा कि वह 127 वोटों के अंतर से चुनाव हार गई। हल्द्वानी विधानसभा सीट पर भी ज्यादा बूथों पर भाजपा ने बढ़त बनाई, लेकिन यहां भी उसके हिस्से हार ही आई। इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी डॉ. जोगेंद्र पाल सिंह रौतेला ज्यादा बूथों पर अव्वल रहने के बावजूद 7814 वोटों से पराजित हो गईं। कांग्रेस के सुमित हृदयेश इस सीट से चुनाव जीते।
यमुनोत्री और भगवानपुर में हालत पतली
विधानसभा चुनाव में भाजपा की भगवानपुर और यमुनोत्री विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा फजीहत हुई। भगवानपुर में पार्टी सिर्फ 10 बूथों पर ही सबसे आगे रह पाई। 130 बूथों पर वह तीसरे स्थान पर रही। 13 बूथों पर वह दूसरे स्थान पर रही। यमुनोत्री विस सीट पर पार्टी प्रत्याशी की जमानत मुश्किल से बची। यहां पार्टी सिर्फ 12 बूथों पर पहले स्थान पर रही, जबकि 128 बूथों पर वह तीसरे स्थान पर ही। 33 सीटों पर उसे दूसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा।
सीएम धामी की सीट पर 82 बूथ हारे
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की खटीमा विधानसभा सीट पर पार्टी ने 82 बूथ हारे। इन बूथों पर पार्टी दूसरे स्थान पर रही, जबकि उसने 50 बूथों पर बढ़त बनाई। नानकमत्ता विस सीट पर पार्टी ने 50 बूथों पर बढ़त बनाई और 92 बूथों पर उसे दूसरा स्थान मिला। बाजपुर सीट पर भाजपा 72 बूथों पर पहले स्थान पर रही और 52 बूथों पर उसे दूसरा स्थान मिला। 50 बूथों पर वह तीसरे स्थान पर रही।
हारी हुई इन सीटों पर कमजोर रहे बूथ
बदरीनाथ में पार्टी ने 114 बूथ हारे और 87 पर बढ़त बनाई। मंगलौर में पार्टी ने 38 बूथ जीते, 15 पर दूसरे और 79 बूथों पर तीसरे स्थान पर रही। खानपुर में पार्टी ने 51 बूथों पर बढ़त बनाई। 68 पर दूसरे और 58 बूथों पर तीसरे स्थान पर रही। ज्वालापुर में पार्टी ने 50 बूथ जीते, लेकिन 71 बूथों पर दूसरे और 27 पर तीसरे स्थान पर खिसक गई। चकराता में पार्टी 88 बूथ जीत पाई और 139 बूूथ पर दूसरा व तीन पर तीसरे स्थान पर रही। द्वाराहाट में पार्टी ने सबसे अधिक 73 बूथ जीते और 46 बूथों पर वह दूसरे व 30 बूथों पर तीसरे स्थान पर रही। प्रतापनगर में पार्टी ने 58 बूथ जीते और 88 बूथ हारे। पिथौरागढ़ में 45 बूथ जीते और 105 बूथ हारे। धारचूला में 71 बूथों पर बढ़त बनाई और 86 बूथ हार गई।