उत्तराखंड: रवीना ने शराब तस्करी के लिए अपनाया अनोखा तरीका, फिर भी न बची सकी, धरी गई, चार के खिलाफ मुकदमा दर्ज
उत्तराखंड में सरकार ने शराब तस्करी रोकने के लिए नए वित्तीय वर्ष में शराब के दाम कम कर दिए हैं, बावजूद इसके तस्कर नई नई तरकीब खोज कर तस्करी में जुटे हैं। देहरादून पुलिस ने एक ऐसा ही मामला पकड़ा गया है। पुलिस कर्मियों ने जब जांच के लिए एक एंबुलेंस को रोका तो उनकी आखें खुली की खुली रह गईं।
एंबुलेंस में शव के तौर पर सुलाई गई महिला पुलिस को देखते ही उठ खड़ी हुई। उसके बाद पुलिस ने एंबुलेंस से भारी मात्रा में शराब बरामद की। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि अवैध शराब को ऋषिकेश ले जाया जा रहा था और गिरोह ने विभिन्न मार्गों पर पुलिस चेकिंग से बचने के लिए एक एंबुलेंस का इस्तेमाल किया। देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुंवर ने शनिवार को मामले का खुलासा करते हुए में कहा कि पुलिस टीम ने शुक्रवार को रात 12.35 बजे के करीब डोईवाला इलाके में देखा कि एक एंबुलेंस जोर से सायरन बजाते हुए एक रास्ते से गुजर रही थी, जबकि वहां कोई रास्ता नहीं था। उन्होंने बताया कि इससे वहां ड्यूटी पर मौजूद पुलिस टीम को एंबुलेंस पर शक हो गया और उन्होंने ड्राइवर से जांच करने के लिए उसे रोक लिया।
पुलिस ने देखा कि एंबुलेंस के अंदर एक महिला लेटी हुई थी और चालक के अलावा दो पुरुष भी वहां मौजूद थे। बताया कि एंबुलेंस में मृत महिला रखी हुई है। जब पुलिस ने सड़क खाली होने के बावजूद तेज सायरन बजने का कारण पूछा तो चालक घबरा गया और ठीक से जवाब देने में विफल रहा। पुलिस ने तुरंत एंबुलेंस की जांच की तो पता चला कि एंबुलेंस में कई गत्ते के डिब्बे थे।
महिला भी गत्ते के बक्सों के ऊपर लेटी हुई थी। जब पुलिस ने जांच की तो उन्हें 960 बोतल देशी शराब के 20 गत्ते के डिब्बे मिले। उन्होंने बताया कि पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ अवैध शराब के परिवहन के आरोप में आबकारी अधिनियम की धारा 60/72 के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपियों की पहचान रवीना भटनागर (36), सनी (31), प्रिंस सिंह (24) और अभिषेक (21) के रूप में की है और सभी ऋषिकेश के रहने वाले हैंण् एसएसपी के मुताबिक रवीना भटनागर के खिलाफ ऋषिकेश थाने में विभिन्न धाराओं के तहत शराब और ड्रग्स की तस्करी के कई मामले दर्ज हैं।