उत्तराखंड : सीएम धामी के कामकाज पर दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के मोर्चे से बीजेपी में हलचल, प्रदेश अध्यक्ष पहुंचे आलाकमान के पास

उत्तराखंड में सत्ता में काबिज बीजेपी के लिए कुछ अच्छा नहीं हो रहा है। पार्टी के नेता ही कई बार सरकार के कामकाज को लेकर अंगुली उठा रहे हैं। गाहे बगाहे पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत कई मुद्दों पर अपनी ऐसी राय दे चुके हैं, जिसके बीजेपी संगठन और सरकार दोनों असहज हो उठते हैं। अब पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत के बयान से तो बीजेपी में हलचल मच गई है। इन दो पूर्व सीएम के बयानों पर बीजेपी के कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी भी पलटवार कर चुके हैं और बयानबाजी पर इन नेताओं को एक संकेत दे चुके हैं कि- आलाकमान सब देख रहा है।
दो पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ और त्रिवेंद्र के बयानों से पार्टी असहज होती दिखाई दे रही है। क्योंकि प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस को सरकार को घेरने का मौका मिल गया है। कांग्रेस कह रही है कि जो हम कह रहे थे, उसे बीजेपी के नेता भी स्वीकार रहे हैं। ऐसे में ये मामला केंद्रीय नेतृत्व तक पहुंच गया है। बताया जा रहा है कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट दोनों नेताओं के बयानों के संदर्भ में दिल्ली दरबार में हाजरी लगाने के लिए चले गए हैं। वह दिल्ली में केंद्रीय नेतृत्व से मिले। बताया जा रहा है कि पार्टी नेताओं के सार्वजनिक विवादित बयानों पर वह रोक लगाने के लिए ही केंद्रीय नेताओं की शरण में गए हैं।
उनका कहना है कि अगर किसी मामले में दोनों नेताओं को आपत्ति है तो वह पार्टी फोरम में अपनी बात रखें न कि सार्वजनिक मंच पर बयान दिए जाने चाहिए।। पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत का एक बयान सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। उन्होंने कहा था कि यूपी में जो कमीशनखोरी की प्रथा प्रचलित थी वह उत्तराखंड में भी जारी है। हालांकि, बाद में तीरथ सिंह रावत ने कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से लिया गया है। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का एक बयान सोशल मीडिया में वायरल हुआ है। त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहा था कि स्मार्ट सिटी उनके कार्यकाल में देश में 9वें स्थान पर था, लेकिन आज जो हो रहा है उससे सरकार की छवि खराब हो रही है।

