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उत्तराखंड की बेटी ने रचा इतिहास, एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में मिला गोल्ड

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उत्तराखंड की होनहार बेटियां आज बैडमिंटन, फुटबॉल, क्रिकेट, बॉक्सिंग जैसे विभिन्न खेल क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही हैं। इतना ही नहीं बल्कि यहां की प्रतिभाशाली बेटियां देश-विदेश में सिर्फ अपने राज्य का ही नही बल्कि पूरे श का नाम रोशन कर रही हैं। ऐसी ही हैं पिथौरागढ़ जिले की खुशी चंद। उन्होंने एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा है।

मूल रूप से पिथौरागढ़ जिले के बडालू गांव की रहने वाली खुशी चंद ने एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में देश के लिए स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा है। बहरीन के मनामा में 23 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक हुई तीसरी एशियन यूथ गेम्स 2025 में खुशी ने अंडर 17 बालिका वर्ग में 44 -46 किलोग्राम भार वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए विशेष उपलब्धि हासिल की। बॉक्सिंग चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में खुशी ने चीन की बॉक्सर लूओ जिन्शियु को करारी शिकस्त दी। इससे पहले खुशी ने अपने पहले मुकाबले में जार्डन की अल रहमई रीम को हराया। फिर क्वार्टर फाइनल में सऊदी अरब की खिलाड़ी पर जीत दर्ज कर सेमी फाइनल में अपनी जगह पक्की की। वहीं सेमीफाइनल में मंगोलिया की अल्तानजुल को हराकर फाइनल में प्रवेश किया। फाइनल में चीन की बॉक्सर को हराकर खुशी ने देश का झण्डा गर्व से ऊंचा किया।

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खुशी की इस विशेष उपलब्धि के बाद से उन्हें लगातार बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। वहीं परिजनों में खुशी का माहौल बरकरार है। बताते चले खुशी परिवार की इकलौती बेटी नहीं हैं, जिन्होंने परिवार का नाम रोशन किया है। बल्कि इससे पहले उनकी बड़ी बहन निकिता चंद भी राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीतकर अपने परिजनों का मान बढ़ा चुकी हैं। निकिता चंद पहले ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। दोनों बहनों की इस विशेष उपलब्धि ने सीमांत जिले पिथौरागढ़ समेत पूरे राज्य को गौरवान्वित महसूस कराया है। खुशी ने प्रतियोगिता से पहले एनआईएस पटियाला में 23 सितंबर से 20 अक्टूबर तक विशेष प्रशिक्षण हासिल किया था। खुशी बताती है कि यह ट्रेनिंग उनके आत्मविश्वास और गेम की तैयारी के लिए बेहद अहम रही।