भिंगराड़ा को ब्लाक बनाए जाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने फिर शुरू की लामबंदी
चम्पावत। भिंगराड़ा को ब्लाक बनाए जाने की मांग को लेकर एक बार फिर से ग्रामीणों ने लामबंदी शुरू कर दी है। भिंगराड़ा ब्लाक बनाओ संघर्ष समिति वर्ष 1987 से भिंगराड़ा ब्लाक बनाने की मांग को लेकर संघर्षरत है। ब्लाक बनाओ संघर्ष समिति की बैठक में समिति के अध्यक्ष टीकाराम शर्मा की अगुवाई में आंदोलन को अंजाम तक पहुंचाने का संकल्प लिया गया है। इस मौके पर एक बार फिर से आंदोलन की रणनीति तय की गई। टीकाराम शर्मा की अध्यक्षता और शिवराज बोहरा के संचालन में हुई बैठक में संघर्ष समिति वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता टीकाराम शर्मा का कहना था कि अलग उत्तराखंड राज्य बनने के 22 साल बाद भी भिंगराड़ा ब्लाक अस्तित्व में नहीं आ सका है। जबकि केंद्र सरकार को पृथक ब्लाक बनाने के लिए सभी कागजी औपचारिकताएं पूरी कर भेज दी गई हैं। उन्होंने बताया कि प्रस्तावित भिंगराड़ा विकासखंड में नैनीताल जिले के ओखलकांडा ब्लाक की दस ग्राम पंचायतें, चम्पावत ब्लाक की सात और पाटी ब्लाक की 35 ग्राम पंचायतों को शामिल किया जाना है। बैठक में गिरीश चंद्र, कृष्णानंद भट्ट, धर्मानंद भट्ट, कमल भट्ट, सतीश भट्ट, प्रकाश राम, किशोर भट्ट, प्रेम सिंह, जगदीश सिंह, महेश चंद्र, तुलसी प्रसाद शर्मा, भुवन राम, सुभाष जोशी आदि ने विचार रखे।