लोहाघाट में ग्रामीणों का ऐलान ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’, नेताओं की अनदेखी से बदहाल सड़क से ग्रामीण हैं परेशान
चम्पावत। जनपद में विकास के नाम पर डंका बजाने वाले नेताओं को चुनाव के मौके पर आइना दिखाने का कार्य कर रही है। कई ग्रामीण कुछ भी कार्य न होने के चलते ऐन चुनाव में विकास की मांग कर प्रशासन पर दबाव बनाने को विवश नजर आ रहे है। बदहाल सड़क पर वर्षों से डामरीकरण ना होने से खफा विकासखंड बाराकोट के बंतोली के ग्रामीणों ने अब रोड नहीं तो वोट नहीं का ऐलान किया है। ग्रामीणों ने शासन प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। ग्राम प्रधान नारायण सिंह फत्र्याल के नेतृत्व में गांव के युवाओं, बुजुर्गों, महिलाओं, बच्चोंं ने मरोड़ाखान-बंतोली सड़क मार्ग में डामरीकरण न होने पर गहरी नाराजगी जताई है।
ग्रामीणों का कहना है कि करीब 10 साल पूर्व ढाई किमी सड़क का निर्माण किया गया था। तब से यह सड़क बदहाल पड़ी हुई है। ग्राम प्रधान ने कहा कि लंबे समय से बदहाल सड़क पर डामरीकरण को लेकर शासन प्रशासन से लेकर जन प्रतिनिधियों से गुहार लगाते-लगाते थक चुके हैं, लेकिन ग्रामीणों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ग्राम प्रधान ने कहा कि शासन प्रशासन की ओर से लगातार हो रही उपेक्षा से ग्रामीण आहत हैं, उन्होंने 19 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जन प्रतिनिधि, शासन प्रशासन उनकी समस्या नहीं सुन रहे हैं तो वह भी चुनाव का बहिष्कार कर जनता की ताकत दिखाएंगे। सड़क की हालत खराब होने के चलते बीमार, गर्भवती महिलाएं, बुजुर्गों को डोली के सहारे राष्ट्रीय राजमार्ग में पहुंचाया जाता है। जिसमें काफी दिक्कतें होती हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्रदर्शन करने वालों में रमेश सिंह, किशोर सिंह, उमा देवी, कलावती देवी, गीता देवी, तुलसी देवी, निर्मला देवी, ललिता देवी, देवकी देवी, प्रियंका, तुलसी, जानकी देवी, जगत सिंह, अमर सिंह राजेंद्र सिंह आदि ग्रामीण मौजूद रहे।