स्टोन क्रेशर लगने का तल्ला बेट्टा के ग्रामीणों ने किया जोरदार विरोध, मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापनख्, स्टोन क्रेशर लगने पर गांव से पलायन की भी दी चेतावनी
लोहाघाट/चम्पावत। लोहाघाट विधानसभा के बाराकोट ब्लॉक की छन्द्दा ग्राम सभा के तल्ला बेट्टा में ग्रामीणों को विश्वास में लिए बिना ठेकेदारों व प्रशासन के द्वारा स्टोन क्रेशर लगाया जा रहा है। इस बात की भनक लगते ही क्षेत्र के ग्रामीणों में भारी आक्रोश से फैल गया। ग्रामीणों ने पूर्व पोस्ट मास्टर मानसिंह के नेतृत्व में स्टोन क्रेशर का विरोध करते हुए प्रदर्शन किया। वहीं सीएम को ज्ञापन भेज कर स्टोन क्रेशर लगने पर पलायन करने की चेतावनी दी है।


तल्ला बेट्टा के समस्त ग्रामीण एसडीम कार्यालय लोहाघाट पहुंचे तथा स्टोन क्रेशर खुलने का विरोध करते हुए एसडीएम लोहाघाट के माध्यम से मुख्यमंत्री व डीएम चम्पावत को ज्ञापन भेजा तथा स्टोन क्रेशर न खोलने की मांग की। ग्रामीणों ने कहा पूर्व में प्रशासन और ठेकेदार के द्वारा डंपिंग जोन के लिए भूमि मांगी थी, लेकिन अब साजिश के तहत स्टोन क्रेशर खोलने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए ग्रामीणों से कोई बात तक नहीं की गई। ग्रामीणों ने कहा स्टोन क्रेशर खुलने से क्षेत्र का पर्यावरण प्रभावित होने के साथ-साथ उनकी खेती बाड़ी चौपट हो जाएगी तथा दुर्लभ प्रजाति की महाशीर मछलियों के अस्तित्व में भी संकट छाएगा तथा गांव में ध्वनि प्रदूषण फेलेगा।

ग्रामीणों ने चेतावनी देते हुए कहा अगर क्षेत्र में स्टोन क्रेशर खोला गया तो ग्रामीण उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे। ग्रामीणों ने कहा ठेकेदार के द्वारा गुपचुप तरीके से अखबार में विज्ञप्ति निकाली, जिसकी जानकारी ग्रामीणों को नहीं हो पाई, क्योंकि गांव में कोई अखबार नहीं पढ़ता है। गांव में प्लांट लगने से महिलाओं में भी काफी आक्रोश है। ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री, डीएम चम्पावत व एसडीएम लोहाघाट से गांव में स्टोन क्रेशर न लगने देने की अपील की है। साथ चेतावनी दी है अगर जबरन प्लांट लगाया जाता है तो सरयू घाटी के समस्त ग्रामीण आंदोलन करने के साथ-साथ गांव से पलायन कर लेंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन और सरकार की होगी। विरोध जताने में पूर्व पोस्ट मास्टर मानसिंह, कैप्टन जगत सिंह, पूर्व प्रधान मान सिंह सामंत, ग्राम प्रधान प्रशासक रतन सिंह, महेंद्र सिंह सामंत, नरेंद्र सामंत, गंगा देवी, जगत सिंह, भैरवी देवी, बबिता देवी, लीला देवी आदि मौजूद रहीं।



