दूबड़ सहकारी समिति में हुई वित्तीय अनियमितताओं को लेकर जिलाधिकारी से मिले आंदोलनकारी

डीएम के कड़े रुख से आंदोलनकारी संतुष्ट तो हुए, लेकिन जांच रिपोर्ट आने तक धरना प्रदर्शन रहेगा जारी
21 अप्रैल तक पूरी साफ सुथरी रिपोर्ट पेश करने का डीएम ने दिया कड़ा निर्देश

चम्पावत। दूबड़ सहकारी समिति में हुई वित्तीय अनियमिताओं को लेकर पिछले 41 दिनों से आंदोलन कर रहे ग्रामीण सोमवार को नरेंद्र शर्मा उर्फ उत्तराखंडी के नेतृत्व में जिलाधिकारी नवनीत पांडे से मिले तथा उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया। शिष्टमंडल में शामिल त्रिभुवन सकलानी, षष्ठी बल्लभ, रघुवर दत्त जोशी, केशव दत्त भट्ट का कहना था कि उन लोगों ने समिति से ऋण लेने के साथ समय से अदायगी भी की, लेकिन समिति का सचिव धनराशि को बैंक में जमा न कर अपनी जेब में रखता गया। जिससे प्रत्येक लाभार्थी के ऊपर लाखों रुपये की अनावश्यक देनदारी आने से सभी के होश उड़े हुए हैं।
डीएम ने आंदोलनकारी की बातें सुनने के बाद निर्देश दिए कि सहायक निबंधक कोऑपरेटिव द्वारा 15 अप्रैल तक उन्हें पूरी रिपोर्ट सौपेंगे। कर्मचारियों को रिकवरी नोटिस एवं स्पष्टीकरण जारी करें। यदि स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं है तो उसकी रिकवरी एवं विभागीय कार्रवाई शुरू की जाए। लोगों का कहना था कि विभागीय समितिय द्वारा की जा रही जांच में उनकी बातों को नहीं सुना जा रहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि नवगठित समिति आपकी पूरी बातों को सुनेगी, जिसके लिए तहसीलदार पाटी की अध्यक्षता में राजस्व, ग्राम्य विकास, जिला सहकारी बैंक एवं सहकारिता विभाग के कर्मचारी 16 से 18 अप्रैल तक दूबड़ सहकारी समिति कार्यालय में सभी पक्षों की सुनवाई कर पीड़ितों के बयान भी दर्ज करेंगे तथा प्रमाणों के आधार पर रिपोर्ट 21 अप्रैल तक उन्हें सौंपेंगे। इस दौरान सहकारिता विभाग की जांच टीम भी वहां मौजूद रहेगी।
इसके बाद उनके स्तर से अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। जिला अधिकारी के कड़े तेवर को देखते हुए जहां आंदोलनकारियों को निष्पक्ष जांच की उम्मीद जगी है, वहीं जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि जांच रिपोर्ट में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके अनुसार त्वरित कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने गठित समिति के लोगों को इस बात के लिए भी आगाह किया कि वह किसी प्रकार की टालमटोल या लापरवाही से बचें। आंदोलनकारियों ने उन्हें लंबे समय से फसली बीमा का भुगतान न किए जाने का भी मुद्दा उठाया तथा उनके ओटीएस के दावे भी लंबित है, जिसमें कई बीमा धारक संसार छोड़ भी चुके हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि तीन दिन तक दूबड़ मै रहने वाली जांच समिति इस मुद्दे की भी जांच करेगी।
