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रामलला को भेंट किया गया एशिया का सबसे बड़ा नगाड़ा, रीवा से 101 वाहनों के काफिले के साथ पहुंचा अयोध्या

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एशिया बुक ऑफ रिकार्ड सहित लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में अपना नाम दर्ज कराने के बाद एशिया का सबसे बड़ा नगाड़ा बुधवार को श्री राम की नगरी अयोध्या धाम पहुंच गया है। विशालकाय नगाड़ा निर्माण रीवा के शिव बारात आयोजन जनकल्याण समिति की ओर से करवाया गया था। 12 मार्च की सुबह 1100 किलो वजन के इस विशालकाय और एशिया का सबसे बड़े नगाड़े को 101 वाहनों के काफिले के साथ अयोध्या धाम के लिए रीवा से रवाना किया गया था, जो देर रात अयोध्या धाम पहुंच गया। जिसे विशेष आयोजन के बाद पूजा-अर्चना कर आज प्रभु श्री राम के चरणों में समर्पित किया गया।

राम के चरणों में समर्पित हुआ एशिया का सबसे बड़ा नगाड़ा
रीवा में निर्मित एशिया का सबसे बड़ा नगाड़ा आखिरकार प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या धाम पहुंच ही गया। महाशिवरात्री के दिन “Asia Book off Record” में इस भारी भरकम विशलकाय नगाड़े का नाम शामिल किया गया था, क्योंकि इस नगाड़े का वजन ही 1100 किलोग्राम है। जबकि इसकी चौड़ाई 11×11 फीट है और इसकी ऊंचाई 6 फीट है। रीवा के बैजू धर्मशाला में इस विशालकाय नगाड़े का निर्माण कार्य शिव बरात आयोजन जनकल्याण समिति की ओर से कराया गया है। समिति के सदस्यों ने इसे 2 माह के अंदर करीब 3 लाख रुपए की लागत से लोहे का नागाड़ा बनाया है। शिवरात्रि के दिन शिव बरात के साथ शहर में इसकी झांकी भी निकाली गई थी।

101 वाहनों के काफिले के साथ पहुंचा अयोध्या
12 मार्च की सुबह 101 वाहनों के काफिले के साथ सैकड़ों राम भक्त इस विशालकाय नगाड़े को लेकर रीवा से UP अयोध्या धाम के लिए रवाना हुए थे। इस दौरान प्रभु राम के चरणों में समर्पित होने जा रहे नगाड़े का 108 स्थानों पर जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान भक्तों द्वारा पुष्प वर्षा भी की गई। जैसे-जैसे काफिला आगे बढ़ा राम भक्तों की भीड़ “Asia Book off Record” धारी 1100 किलो के नगाड़े को देखने के लिऐ लगती गई।