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उत्तराखंड में कार पर गिरा बोल्डर, कार हुई चकनाचूर, चालक ने कूदकर बचाई जान

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उत्तराखंड के पहाड़ों में बारिश का असर दिखने लगा है। जगह-जगह पहाड़ी दरक रही हैं। बारिश से रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे पर कालीमठ मार्ग पर पहाड़ी से गिरे बोल्डर की चपेट में आने से एक कार पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। गनीमत रही कि चालक पहले ही कूद कर भाग कर गया। उधर, विकासनगर कालसी चकराता मोटर मार्ग जजरेड के पास मलबा आने से बंद हो गया, जो करीब 3 घंटे बाद खुल पाया।

रविवार की सुबह कालीमठ से सवारियों को गुप्तकाशी छोड़ने के बाद देहरादून निवासी अनिल कुमार अपनी कार से गुप्तकाशी की ओर जा रहा था। तभी विद्यापीठ से आधा किलोमीटर आगे चट्टान टूटकर सीधे कार पर आ गिरी। जिससे कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। गनीमत रही है कि इससे पहले ही वो चट्टान गिरने की संभावना को भांपते हुए कार से बाहर कूद गया। जिससे उसकी जान बच पाई। वहीं, दूसरी ओर रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राजमार्ग बारिश के कारण जगह-जगह जानलेवा बन गया है। इन दिनों काकड़ागाड़ से गुप्तकाशी और फाटा में हाईवे का कार्य चल रहा है। जिस पर स्थानीय लोग सवाल भी खड़े कर रहे हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि निर्माणदायी कंपनियां ठीक से काम नहीं कर रहे हैं। जबकि, एनएच विभाग और ठेकेदार भी लीपापोती कर रहे हैं। जिसके चलते जरा सी बारिश में हाईवे से चलना मुश्किल हो रहा है।

कालसी चकराता मार्ग 3 घंटे बाद खुला
भारी बारिश के चलते देर रात को कालसी चकराता मोटर मार्ग जजरेड के पास बंद हो गया था। यहां पहाड़ी से भूस्खलन होने भारी मात्रा में मलबा सड़क पर आ गया था। जिससे वाहनों का आवागमन ठप हो गया था। सड़क बंद होने की सूचना पर लोनिवि सहिया की ओर से जेसीबी मशीन भेजी गई। जहां करीब 3 घंटे बाद वाहनों का आवागमन शुरू हो सका। वहीं, मलबा आने से सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई। यात्रियों को घंटों इंतजार करना पड़ा। लोक निर्माण विभाग सहिया की सहायक अभियंता राधिका शर्मा ने बताया कि बारिश के कारण जजरेड पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा आने से सड़क बंद हो गई थी। जिसके बाद मौके पर एक जेसीबी मशीन लगाकर सड़क से मलबा हटा दिया गया है। अब सड़क को यातायात के लिए सुचारु कर दिया गया है। वहीं, उन्होंने चालकों से सावधानीपूर्वक वाहन चलाने की अपील की है।