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चम्पावत :भारी बरसात में जनपद की 436 आंतरिक मार्ग हुए बंद, जिनमें से 404 को खोला जा चुका है, 18 गायें व 44 ब​करियां मारी गईं

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चम्पावत। बीते दिनों जनपद में हुई भारी से भारी बारिश के कारण जिले में जहां जहां जानमाल, पशु हानी, सरकारी परिसंपत्तियों आदि की क्षति हुई है उसका लगातार आंकलन किया जा रहा है और संबंधितों को तत्काल राहत राशि बांटी जा रही है। इस संबंध में आवश्यक जानकारी देते हुए जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने बताया कि भारी बारिश के कारण जनपद में एक जन-हानि हुई जिसमें हैलागोठ की महिला नदी के बहाव में आने के कारण बह गयी थी। उनके परिवार को राहत राशि वितरण की कार्यवाही पूर्ण कर ली गयी है।

जनपद में वर्तमान तक 62 पशु-हानि हुई है, जिनमें 18 गाय व 44 बकरियां थीं। इसके अतिरिक्त वर्तमान तक 161 परिवारों को अहैतुक राशि बांटी गईं है और यह कार्यवाही निरन्तर चल रही है और पात्र व्यक्तियों को ही नियमानुसार यह राशि दी जा रही है। जिलाधिकारी ने बताया कि टनकपुर में उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी की तैनाती की गयी है, जिनके द्वारा जल भराव के कारण बीमार पशु का उपचार के साथ ही पशुपालकों को पशु चारा उपलब्ध कराया जा रहा है। जिलाधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग वर्तमान में यातायात हेतु सुचारू है। मार्ग में अनेक स्थानों में मलवा आया हुआ है। उसे हटाने का कार्य किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त जिले की अन्य मुख्य मार्ग व ग्रामीण मार्गों को भी ठीक कराने का कार्य प्राथमिकता से किया जा रहा है। जनपद अंतर्गत 436 आंतरिक मार्गों में से 404 आंतरिक मार्ग खुल गए हैं तथा 32 मार्गो को खोलने की कार्यवाही निरंतर जारी है, जो शीघ्र ही यातायात हेतु सुचारू हो जायेंगे। जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद से एनडीआरएफ तथा सेना को गन्तव्य हेतु कार्यमुक्त कर दिया गया है। साथ ही एसडीआरएफ पूरे मानसून काल में जिले में ही तैनात रहेगी।

उन्होंने बताया कि जनपद में वर्षा के दौरान हुए नुकसान के आंकलन हेतु अतिरिक्त कार्मिकों की तैनाती की गई है जिसमें राजस्व विभाग अंतर्गत तहसीलदार, एक कानूनगो, एक राजस्व निरीक्षक सहित पांच पटवारी, तीन संग्रह अमीन के अतिरिक्त 4 ग्राम पंचायत विकास अधिकारी, 4 ग्राम विकास अधिकारी, एक खंड विकास अधिकारी 2 सहायक खंड विकास अधिकारी की भी तैनाती बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में की गई है। इसके अतिरिक्त नगर पालिका परिषद टनकपुर अंतर्गत 8 व नगर पंचायत बनबसा अंतर्गत 10 कार्मिक तैनात किए गए हैं। साथ ही पूर्ति विभाग से एक पूर्ति अधिकारी सहित 09 अन्य स्टाफ तैनात किए गए हैं, पशु चिकित्सा हेतु चार डॉक्टर एक पशुधन प्रसार अधिकारी तथा अन्य स्टाफ की तैनाती की गई है। जो उप जिलाधिकारी टनकपुर के निर्देशन में कार्य कर रहे हैं। सभी राजस्व निरीक्षकों को निर्देश दिये गए है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में जाकर हुई क्षति का आंकलन कर दो दिन के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

जनपद में विद्युत व पेयजल आपूर्ति वर्तमान में सुचारू है। पेयजल आपूर्ति के लिए टनकपुर में दो टैंकर लगाए गए हैं। बनबसा में पेयजल व्यवस्था सुचारू हो गई है। पानी का क्लोरिनेशन भी किया जा रहा है। जनपद में चिकित्सा व्यवस्था सामान्य है। उप जिला चिकित्सालय टनकपुर व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनबसा में दवाओं का पर्याप्त स्टॉक रखा गया है। तहसील पूर्णागिरि अंतर्गत 161 परिवारों को 5 हजार प्रति परिवार की दर से कपड़े एवं बर्तन हेतु अब तक कुल 8 लाख 5 हजार की धनराशि वितरित की गई है। प्रभावित परिवार के लिए 1500 खाद्य पैकेट तैयार किए गए हैं जिनमें से 270 पैकेट वितरित किए गए है। इसके अतिरिक्त प्रभावित लोगों की मांग पर लंच पैकेट, फूड पैकेट दिये जा रहे हैं। साथ ही जिन लोगों को राशन की आवश्यकता हो रही है उन्हें सूखा राशन भी दिया जा रहा है और आगे भी मांग के आधार पर राशन वितरित किया जायेगा।
जिलाधिकारी ने बताया कि प्रभावित क्षेत्र पचपकरिया, देवीपुरा में 260 परिवारों के पशु हेतु पशु चारा (राहत वैली) वितरित की गई है। अब तक कुल 272 राहत वेली वितरित किए जा चुके हैं। टनकपुर, बनबसा के पूर्णागिरि विहार, देवीपूरा, पचपखरियां आदि क्षेत्रों में जहां-जहां बाढ़ आयी थी और लोगों को विभिन्न प्रकार से नुकसान हुआ था, जिसके लिए इन क्षेत्रों के लिए अतिरिक्त कार्मिंको की तैनाती की गयी है। कार्मिंक घर-घर जाकर सर्वे कर क्षति का आंकलन कर रहे हैं और प्रभावितों को आपदा के मानक के अनुसार क्षतिपूर्ति वितरण दो दिन के भीतर कर दी जायेगी। जनपद में अत्यधिक वर्षा के कारण 5 भवन पूर्ण क्षतिग्रस्त एवं 90 भवन आंशिक क्षतिग्रत हुए हैं। तहसील पाटी ग्राम चौड़ापिता में कुल 10 परिवारों को पड़ोस के मकानों में शिफ्ट किया गया है। सुरक्षा के मद्देनजर टनकपुर में जल पुलिस तैनात है।