चम्पावत के सल्ली स्कूल का मामला, शिक्षकों के तबादले की संस्तुति पर अभिभावक भड़के
चम्पावत। सल्ली राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के दो शिक्षकों के तबादले की संस्तुति से ग्रामीणों में गुस्सा है। भाजपा ग्रामीण मंडल अध्यक्ष कमल रावत की शिकायत पर सीईओ आरसी पुरोहित ने स्कूल के मुआयने के बाद ये संस्तुति की थी। स्कूल प्रबंधन समिति और ग्रामीणों ने शिक्षकों को स्कूल हित में बताते हुए सीएम, डीएम और सीईओ को ज्ञापन भेज तबादला किए जाने पर आंदोलन के साथ ही स्कूल से बच्चों का नाम कटाने की चेतावनी दी है। इससे पहले ग्रामीणों ने स्कूल में भी प्रदर्शन किया।
भाजपा नेता ने छात्रों से गिट्टी ढुलान कराने का आरोप लगाते हुए वीडियो भेज डीएम और सीईओ से कार्रवाई की मांग की थी। सीईओ आरसी पुरोहित ने 15 मई को जांच की। तबादले की सुगबुगाहट के अंदेशे के बीच बुधवार सुबह एसएमसी बैठक में फैसले का विरोध किया गया। बाद में ग्रामीणोंं के एक प्रतिनिधिमंडल ने डीएम और सीईओ से मुलाकात कर उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों के स्थानांतरण पर आपत्ति जताई। कहा कि शिक्षकों के उम्दा काम से सात साल से स्कूल का परीक्षाफल 100 प्रतिशत रहा है। साथ ही स्कूल के बच्चे खेल और अन्य गतिविधियों में अव्वल रहे हैं। ज्ञापन और प्रदर्शन करने वालों में दिवान सिंह रावत, चंचल सिंह, डिगर सिंह, जगत सिंह, श्याम सिंह, गुमान सिंह, नवीन सिंह, राजेंद्र सिंह आदि शामिल रहे। डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी ने मामले में उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
एकतरफा कार्रवाई का विरोध करेगा शिक्षक संघ
चम्पावत। सल्ली राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में दो शिक्षकों के स्थानांतरण की संस्तुति के मामले से राजकीय शिक्षक संघ नाराज है। भाजपा नेता कमल रावत के वीडियो के आधार पर की जा रही कार्रवाई को प्राकृतिक न्याय के खिलाफ बताया। संघ ने सीईओ को पत्र भेज एकतरफा कार्रवाई करने पर विरोध की चेतावनी दी है। ज्ञापन में जिलाध्यक्ष जगदीश सिंह अधिकारी, संरक्षक प्रकाश बोहरा, उपाध्यक्ष अनिल कुमार, बबीता सिंह, ब्लॉक अध्यक्ष मुकेश वर्मा, विनोद गहतोड़ी आदि के हस्ताक्षर हैं।
श्रमदान से हो रही थी स्कूल की घेराबंदी
चम्पावत। सल्ली स्कूल में दीवार के ऊपर जाली लगा छात्र-छात्राओं की सुरक्षा बढ़ाने के लिए श्रमदान से घेराबंदी कराई जा रही थी। इसके लिए शिक्षक और एक स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता पूरन सिंह रावत सीमेंट, गिट्टी और अन्य व्यवस्थाएं कर रहे थे। स्कूल प्रबंध समिति का कहना है कि गिट्टी को छात्रों ने सिर्फ एकत्र किया था। गिट्टी के कट्टों को शिक्षक स्कूल तक स्कूटी में रख कर लाए।