सीएम धामी का तोहफा : चम्पावत जिले का पहला बेली ब्रिज तैयार, नए साल से शुरू होगी आवाजाही, स्वाला की आफत पर बनेगा एनएच का विकल्प
चम्पावत। चम्पावत जिले का पहला बेली ब्रिज बनकर तैयार हो गया है। लाखों की लागत से क्वैराला नदी पर बनाए गए इस पुल से आवाजाही नए साल में शुरू होने की उम्मीद है। यह पुल भविष्य में एनएच का विकल्प भी बन सकता है। एनएच पर स्वाला पर अक्सर मलवा आने से यातायात खासा बाधित रहता है। पुल बनने से स्वाला में एनएच बंद होने से वाहन इस पुल के माध्यम से अमोड़ी व पुनावे के बीच यातायात संचालित किया जा सकेगा।
सीएम घोषणा में शामिल वैली ब्रिज का निर्माण कार्यदायी संस्था लोनिवि ने 81 लाख रुपये से किया है। क्वैराला नदी में पाली और स्यूली गांव के बीच पुल का निर्माण किया गया है। पुल की लंबाई 33 मीटर और चौड़ाई छह मीटर है। इस पुल पर सिर्फ चार पहिया वाहनों के आवाजाही होगी। बेली ब्रिज बनने से अमोड़ी-छतकोट सड़क का मिलान सिप्टी न्याड़ी सड़क से हो गया है। इससे 50 से अधिक गांव के लोगों के लिए आवाजाही और भी सुगम होगी। बारिश के दौरान चम्पावत-टनकपुर एनएन चार स्वाला डेंजर जोन में मलबा आने से कई बार यातायात बाधित हुआ है। इस पुल के बनने के बाद यदि एनएच स्वाला डेंजर जोन में बंद होता है तो यह एनएच का विकल्प भी बनेगा।
कार्यदायी संस्था लोनिवि के ईई एमसी पलड़िया ने बताया कि क्वैराला नदी में पाली और स्यूली गांव के बीचं पुल का निर्माण किया गया है। पुल की लंबाई 33 मीटर और चौड़ाई छह मीटर है। पुल बनाने का काम बीते 20 नवंबर से शुरू हुआ था। अबटमेंट बनाने के बाद वैली ब्रिज बनाया गया है। इस पुल से सिर्फ चौपहिया वाहनों की ही आवाजाही होगी।