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टनकपुर में अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) का निर्माण शुरू

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टनकपुर। रोडवेज वर्कशॉप और जल निगम की भूमि में अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) के निर्माण की कवायद शुरू हो गई है। ठेकेदार कंपनी ने अपना अस्थायी कार्यालय बनाकर पुराने भवनों को तोड़ने का काम शुरू कर दिया है। परिसर में खड़े पेड़ काटने का टेंडर भी हो गया है। करीब छप्पन करोड़ रुपये की लागत से बन रहे बस टर्मिनल में एक साथ सौ बस खड़ी होने की क्षमता होगी। अट्ठारह महीने में यह टर्मिनल बनकर तैयार हो जाएगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा पर टनकपुर में 106 बीघा भूमि पर आईएसबीटी बनाने की कवायद करीब एक साल पहले शुरू हो गई थी। गत 15 जनवरी को मुख्यमंत्री ने इसका शिलान्यास किया था। भूमि अधिग्रहण और टेंडर आवंटन होने के बाद अब ठेकेदार कंपनी ने निर्माण कार्य शुरू कर दिया है। देहरादून की वीकेजी कंस्ट्रक्शन कंपनी को ठेका मिला है। बस टर्मिनल में डिपो और क्षेत्रीय कार्यशाला भवन, टायर शॉप के अलावा वाणिज्यिक कांप्लेक्स, प्रतीक्षालय, कैंटीन, हाईटेक शौचालय जैसी आधुनिक सुविधाएं भी हाेंगी।

टर्मिनल में एक साथ सौ बस खड़ी होने की क्षमता होगी। कार्यदायी विभाग पेयजल संसाधन विकास एवं निर्माण निगम के एई सुभाष चंद्र सुदरियाल ने बताया कि बस टर्मिनल करीब छप्पन करोड़ की लागत से बनेगा। प्रथम किश्त में विभाग को शासन से साढ़े बाइस करोड़ रुपये मिले हैं।

नगर में जाम की समस्या होगी दूर
आईएसबीटी बनने से जहां यात्रियों को बेहतर आधुनिक सुविधा मुहैया होगी, वहीं नगर में बस स्टेशन के पास जाम की समस्या से भी छुटकारा मिलेगा। वर्ष 1960 में बने नगर के मौजूदा बस स्टेशन में टनकपुर समेत उत्तराखंड के विभिन्न डिपो के अलावा उत्तर प्रदेश की बसों का भी दबाव रहने से अक्सर जाम की स्थिति पैदा होती है और यात्रियों को भी परेशानी झेलनी पड़ती है।