चंपावतजनपद चम्पावतनवीनतम

लोहाघाट : बाबा मोहनानंद पर लोक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का केस, लोगों ने गिरफ्तारी को लेकर किया प्रदर्शन

ख़बर शेयर करें -

चम्पावत जिले के लोहाघाट में स्थित ऋषेश्वर मंदिर धर्मशाला में लगे निर्माण संबंधी शिलापट तोड़ने के आरोप में मंदिर के बाबा और अन्य के खिलाफ पुलिस ने विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। बीडीओ की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

थाना प्रभारी मनीष खत्री ने बताया कि विकासखंड लोहाघाट के बीडीओ अशोक सिंह अधिकारी ने थाने में तहरीर दी। बताया कि ऋषेश्वर मंदिर धर्मशाला में विधायक निधि से सौंदर्यीकरण कार्य संबंधी शिलापट लगाया गया था। जिसे विगत चार अगस्त की रात को मंदिर परिसर में रहे रहे एमके तिवारी उर्फ स्वामी मोहनानंद तीर्थ ने अपने शिष्य ऋषेश्वरानंद से उखड़वाकर तोड़ दिया और मंदिर के पास के गधेरे में फेंक दिया। बीडीओ ने आरोपी स्वामी के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की मांग की है। थाना प्रभारी खत्री ने बताया कि बीडीओ की तहरीर पर स्वामी मोहनानंद तीर्थ और अन्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 427 और 2/3 लोक संपत्ति निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज कर लिया है। मामले की जांच एसआई हेमंत कठैत कर रहे हैं।

बाबा मोहनानंद की गिरफ्तारी के लिए लोगों ने थाना घेरा
लोहाघाट। ऋषेश्वर मंदिर में विधायक निधि से सौंदर्यीकरण कार्य संबंधी लगे शिलापट तोड़ने से लोगों में आक्रोश है। आक्रोशित लोगों ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए थाने का घेराव किया और जल्द बाबा की गिरफ्तारी न होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी। शुक्रवार को रामलीला मैदान में मंदिर समिति और अन्य लोगों की बैठक की और उसके बाद प्रदर्शन करते हुए थाने पहुंचे और बाबा मोहनानंद की गिरफ्तारी के लिए थाने का घेराव किया। प्रदर्शन करने वालों में ऋषेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष प्रहलाद मेहता, नगर पालिकाध्यक्ष गोविंद वर्मा, सतीश पांडे, निर्मला अधिकारी, राजेंद्र पुनेठा, राजू गड़कोटी, सचिन जोशी, बृजेश माहरा, गोविंद बल्लभ, सुरेंद्र ढेक आदि रहे।