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बनबसा में मची रंगोत्सव की धूम, कुमाऊंनी एवं बृज की होली में जमकर थिरके होल्यार

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बनबसा/चम्पावत। रविवार को मिनी स्टेडियम बनबसा में रंगोत्सव 2025 का भव्य आयोजन हुआ। जिसमें पारंपरिक कुमाऊनी खड़ी होली, झोड़ा, छलिया नृत्य और ब्रज की फूलों वाली होली का अद्भुत समागम देखने को मिला। कार्यक्रम में विनोद चतुर्वेदी के नेतृत्व में सुई होली समिति, भिंगराड़ा होली समिति एवं मां पूर्णागिरि सांस्कृतिक उत्थान समिति गुदमी के होल्यारों ने शानदार प्रस्तुतियां दी।

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गई गई असुर तेरी नारी मंदोदरी सिया मिलन गई बाग में, औ सीता राम.. कुमाऊंनी होली के साथ कार्यक्रम में 80 वर्ष तक के कुमाऊंनी खड़ी होली के आनंद में कदमताल मिलाते बुजुर्ग झूमते नजर आए। जिन्होंने इस सांस्कृतिक आयोजन का भरपूर आनंद लिया। महिला ढोल वादिका उमा गुरुंग ने अपने विशेष अंदाज से दर्शकों का दिल जीत लिया और ढोल वादन की अनूठी प्रस्तुति दी। प्राइमरी स्कूल चंदनी स्कूल के नन्हे बच्चों द्वारा प्रस्तुत छलिया नृत्य, झोड़ा और कुमाऊनी खड़ी होली, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बच्चों की उमंग और जोश ने इस आयोजन को और भी खास बना दिया।कार्यक्रम के अंत में लगभग 1000 लोगों ने 2.5 कुंतल फूलों से होली खेली, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय और रंगों से सराबोर हो गया।

ब्रज की फूलों वाली होली के इस अद्भुत आयोजन ने सभी को एक अविस्मरणीय अनुभव दिया।स्थानीय जनता ने इस भव्य आयोजन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम में उपस्थित रामलीला कमेटी गुदमी के अध्यक्ष सुरेश उप्रेती ने उत्तराखंड की समृद्ध लोक संस्कृति को संजोने और आगे बढ़ाने के लिए आयोजन समिति का विशेष धन्यवाद किया। वहीं सम्बोधन में वक्ताओं में इस सांस्कृतिक आयोजन की सराहना की और इसे उत्तराखंड की संस्कृति को संरक्षित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास बताया। रंगोत्सव समिति ने सभी प्रतिभागियों और दर्शकों का आभार व्यक्त किया और भविष्य में भी ऐसे आयोजनों को जारी रखने की प्रतिबद्धता जताई। इस अवसर पर डॉ. जनक चंद, शंकर लाल वर्मा, ललित वर्मा, रुचि धस्माना, नवीन जोशी, जगदीश कलौनी, इंद्र सिंह बिष्ट, कैलाश थपलियाल, ललित कलौनी, ललित कुंवर, दीपक रजवार, जतिन देउपा सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

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