भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा में घोड़े को रंग दिया भगवा, पशु क्रूरता का मुकदमा दर्ज


पीएम नरेद्र मोदी की मंत्रिपरिषद में शामिल सभी नए सांसदों को भाजपा ने टास्क दिया था कि मानसून सत्र के समापन पर वे अपने घरों में न जाएं और अपने संसदीय क्षेत्र में जन आशीर्वाद यात्रा निकालें। इसके साथ ही उन्हें दूसरे दो अन्य संसदीय क्षेत्र में यात्रा निकालने को कहा गया था। अब भाजपा की देश भर में निकाली जा रही जन आशीर्वाद यात्रा विवादों में घिरती जा रही है। मुंबई में तो यात्रा के दौरान कोरोना की गाइडलाइन का उल्लंघन होने पर भाजपाइयों के खिलाफ अलग अलग सात थानों में मुकदमें दर्ज किए गए थे। हालांकि कोरोना के नए संक्रमित भले ही कम हुए हैं, लेकिन तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। इसके बीच राजनीतिक दलों की आगामी चुनावों की तैयारियां तेज होने और रैलियों का सिलसिला चलने से जल्द ही कोरोना की तीसरी लहर की संभावना जताई जा रही है। मध्य प्रदेश के इंदौर में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान एक थाने में पशु क्रूरता का मामला दर्ज किया गया है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान घोड़े को भाजपाई रंग में रंग दिया था। ये घोड़ा छावनी क्षेत्र के एक स्वागत द्वार के पास नजर आया। बताया जा रहा है कि भाजपा के पूर्व पार्षद रामदास गर्ग ने इसे बुलवाया था। घोड़े को भाजपाई रंग में रंगा देखकर कई लोगों को यह बात पसंद नहीं आई। उन्होंने एक पशु के साथ क्रूरता का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा ने पशुओं को भी नहीं छोड़ा। यात्रा के दौरान घोड़ा लोगों के आकर्षक का केंद्र बन गया था। घोड़े की पीठ पर कमल का फूल बनाया गया और आगे का हिस्सा भगवा रंग से रंगा गया, वहीं पीछे घोड़े पर हरा रंग किया गया था। अब मामले में पीपुल्स फॉर एनीमल ने विरोध दर्ज किया है। पीपुल्स फॉर एनीमल के स्थानीय प्रतिनिधियों का कहना है कि यह पशुओं के प्रति क्रूरता का निवारण अधिनियम 1960 का उल्लंघन है। ऐसा करने वालों और यात्रा संचालकों के खिलाफ संयोगितागंज थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। साथ ही इस मामले में चुनाव आयोग में भी शिकायत की जाएगी।

