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भोजनमाता प्रकरण में सीएम ने डीआईजी को दिए जांच के निर्देश, दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई

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मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने डीआइजी कुमाऊ डॉ. नीलेश आनंद भरणे को निर्देश दिए हैं कि राजकीय इंटर कालेज सूखीढांग में भोजन माता प्रकरण की जांच की जाए। साथ ही दोषियों के खिलाफ सख्त कारवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मामले में दुष्प्रचार करने वालों पर भी निगरानी रखी जाए। मालूम हो कि जिले के सूखीढांग इंटर कालेज में एससी वर्ग यानी अनुसूचित जाति की भोजन माता की नियुक्ति की गई थी, जिसको लेकर हंगामा शुरू हो गया था। विद्यालय प्रबंध समिति और पीटीए से चयनित भोजन माता को हटाकार एससी वर्ग की भोजन माता की नियुक्‍त‍ि से विद्यालय प्रबंध समिति और अभिभावक आमने-सामने आ गए थे। शनिवार को सामान्य वर्ग के बच्चों ने एससी वर्ग की भोजन माता के हाथ से बना भोजन करने से इनकार भी कर दिया था, जिसके बाद सीईओ ने उप खंड शिक्षा अधिकारी को मामले की जांच के आदेश दे दिए थे। वहीं, इसके बाद दबाव में आए शिक्षा विभाग ने सुनीता की नियुक्ति ही रद कर दी। नई नियुक्ति होने तक सहायक भोजन माता विमला उप्रेती को ही मध्याह्न भोजन बनाने के निर्देश दिए गए। सामान्य नियुक्ति प्रक्रिया में अनियमितता को जातिगत रंग देने से जिला प्रशासन के साथ ही पूरा शिक्षा विभाग भी दबाव में आ गया। मामला बढ़ता देख मंगलवार को एडी बेसिक अजय नौटियाल, सीईओ आरसी पुरोहित, उपखंड शिक्षा अधिकारी अंशुल बिष्ट जांच के लिए विद्यालय पहुंचे थे और दोनों पक्षों की बात सुनी। अभिलेखों के निरीक्षण में उन्होंने पाया कि सुनीता की नियुक्ति नियमों के विपरीत हुई।

नवीन सिंह देउपा

नवीन सिंह देउपा सम्पादक चम्पावत खबर प्रधान कार्यालय :- देउपा स्टेट, चम्पावत, उत्तराखंड