लोहाघाट : बीडीओ के फरमान से भड़के ग्रोथ सेंटर चला रहे लोह कारीगर, एसडीएम कोर्ट में किया प्रदर्शन
लोहाघाट/चम्पावत। लोहाघाट में पेट्रोल पंप के निकट संचालित ग्रोथ सेंटर से जुड़े लोह कारीगरों में बीडीओ के फरमान को लेकर बेहद गुस्सा है। गुस्साए लोह कारीगरों ने बीडीओ के आदेश के विरोध में एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया। उन्होंने बीडीओ पर साजिशन उनसे ग्रोथ सेंटर खाली करवाने के प्रयास करने का आरोप लगाया है। मालूम हो कि पूर्व में ग्रोथ सेंटर की छत पर रेस्टोरेंट होटल प्रस्तावित किए जाने का भी लोह कारीगरों ने विरोध किया था।
बताया जा रहा है कि बीडीओ ने ग्रोथ सेंटर को संचालित कर रहे स्वयं सहायता समूह के लोगों को तीन जुलाई तक ग्रोथ सेंटर खाली करने का फरमान जारी किया है। इससे ग्रोथ सेंटर में कार्य करने वाले लोह कारीगरों में खासा रोष है। उन्होंने प्रशासन पर मामले की अनदेखी करने का आरोप लगाया है। आरोप लगाया कि उनसे ग्रोथ सेंटर को जबरन खाली करवाया जा रहा है। उन्होंने खंड विकास अधिकारी पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि उनके द्वारा ग्रोथ सेंटर को खाली करने के लिए बार-बार दबाव बनाया जा रहा है।
खंड विकास अधिकारी ने ग्रोथ सेंटर को संचालित कर रहे प्रगति महिला ग्राम समूह को पत्र लिख कर 3 जुलाई तक ग्रोथ सेंटर खाली करने के निर्देश दिए हैं। बीडीओ के आदेश से भड़के लोह शिल्पियों ने सोमवार को एसडीएम कार्यालय लोहाघाट में जोरदार नारेबाजी करते हुए एसडीएम लोहाघाट रिंकु बिष्ट से उन्हें न्याय दिलाने की गुहार लगाई। साथ मांग पूरी न होने पर आमरण अनशन की चेतावनी दी। बीडीओ ने अपने आदेश में लिखा है कि प्रगति महिला ग्राम संगठन के द्वारा ग्रोथ सेंटर का किराया जमा नहीं किया गया है तथा मीडिया के माध्यम से विभाग की छवि धूमल की गई है। ग्रोथ सेंटर के संचालन में दिक्कत पैदा की जा रही है। जिस कारण उनके समूह को 3 दिन के भीतर ग्रोथ सेंटर खाली करने के निर्देश दिए जा रहे हैं। वहीं प्रगति महिला ग्राम समूह की अध्यक्ष प्रिया देवी ने कहा विभाग साजिश रच कर उनसे ग्रोथ सेंटर खाली करवा रहा है, जबकि उन लोगों ने अपने खून पसीने से ग्रोथ सेंटर को आसमान की बुलंदी में पहुंचाया है। संगठन के द्वारा ग्रोथ सेंटर का किराया जमा किया गया है। जिसकी उनके पास रसीद तक मौजूद है। बताया कि उन्होंने कई जगह गुहार लगा दी है, लेकिन कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है। प्रदर्शन करने वालों में अमित कुमार, विपिन गोरखा समेत तमाम महिलाएं व लोह कारीगर शामिल रहे।
मालूम हो कि सरकार द्वारा ग्राम्य विकास विभाग लोहाघाट के सहयोग से महिला समूह की लोह शिल्पियों को रोजगार से जोड़ने के लिए लोहाघाट में ग्रोथ सेंटर खोला गया था। जिसे लोह शिल्पियों ने अपनी मेहनत से ऊंचाई की बुलंदी में पहुंचाया। लोहाघाट ग्रोथ सेंटर में बने लोहे के बर्तन व कृषि उपकरण प्रदेश के साथ-साथ देश में भी काफी प्रसिद्ध हुए हैं। खुद मुख्यमंत्री, प्रदेश के मंत्रियों, राज्यपाल और सचिव स्तर के अधिकारियों ने ग्रोथ सेंटर की सराहना की तथा उसे आगे बढ़ाने में सहयोग देने का आश्वासन दिया था लेकिन अचानक बीडीओ के आदेश से शासन प्रशासन की मंशा पर सवाल उठने लगे हैं।