इंटर बोर्ड परीक्षा की टॉपर अनुष्का ही नहीं परिजन भी दे रहे प्रेरणा, शेयर किया सफलता का मंत्र
देहरादून। प्रदेश में उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षाओं का परिणाम घोषित किया गया है। इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा में अनुष्का राणा ने 500 अंकों में से 493 अंक (98.60 प्रतिशत) पाकर प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। जिसके बाद अनुष्का राणा के परिवार में खुशी का माहौल है।
देहरादून के बंजारावाला में रहने वाली अनुष्का राणा देहरादून के ही बड़ासी में स्थित गवर्नमेंट इंटर कॉलेज में पढ़ती है। राणा परिवार मूल रूप से टिहरी जिले का रहने वाला है। अनुष्का राणा के पिता रामेंद्र राणा गवर्नमेंट इंटर कॉलेज बड़ासी में ही फिजिक्स के शिक्षक हैं और उन्हीं की देखरेख में परिवार की मदद से अनुष्का ने आज यह उपलब्धि हासिल की है।
बड़ी बात यह है कि अनुष्का राणा के पास ICSC बोर्ड में बड़े निजी स्कूल में रहकर पढ़ने का पूरा मौका था, लेकिन उन्होंने इसे छोड़कर सरकारी विद्यालय में पढ़ने का फैसला लिया। हालांकि इसके लिए अनुष्का के पिता रामेंद्र और उनकी माता कुमुद की तारीफ होनी चाहिए। अनुष्का राणा की माता कुमुद घर पर बच्चों को पढ़ाई को लेकर गाइड भी करती हैं।
अच्छी बात यह है कि अनुष्का राणा के परिजनों ने बाकियों की तरह निजी स्कूल में पढ़ने की दौड़ को फॉलो ना करते हुए अपनी बेटी को सरकारी स्कूल में ही पढ़ाने का फैसला लिया। यह स्थिति तब है जब अनुष्का राणा ने दसवीं कक्षा में ICSC बोर्ड में प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल किया था। यानी अपनी होनहार बेटी को निजी स्कूल से निकलकर सरकारी स्कूल में पढ़ाने का फैसला परिजनों ने लिया और अनुष्का राणा ने भी अपने माता-पिता के इस विश्वास को कायम रखते हुए प्रदेश में टॉप कर नाम रोशन किया है।
वैसे अनुष्का राणा के घर में पहले से ही पढ़ाई का माहौल रहा है। पिता फिजिक्स के शिक्षक हैं और बच्चों को शैक्षणिक रूप से मजबूत करने के लिए अहम प्रयास किये। अनुष्का राणा का भाई आईआईटी रुड़की में इंजीनियरिंग कर रहा है और वह भी पढ़ने में बचपन से ही होनहार रहा है। इन सब बातों का फायदा अनुष्का को भी मिला और उसने भी सफलता के मूल मंत्र मेहनत और निरंतरता को अपना हथियार बनाया।
बच्चों को बचपन से ही बेहतर गाइड करना चाहिए क्योंकि अचानक पढ़ाई का प्रेशर उन्हें परेशान कर सकता है। इसलिए यदि शुरू से ही पढ़ाई का माहौल बनाया जाए तो बच्चों को कभी भी सफलता के लिए दबाव बनाने की जरूरत नहीं पड़ती। कुमुद, अनुष्का राणा की मां
अनुष्का के भाई ने कहा कि छोटी बहन को उन्होंने पढ़ाई में दिक्कत आने के दौरान हर सवाल को समझने की कोशिश की, हालांकि अनुष्का पहले से ही होनहार छात्रा रही है। इसलिए कभी भी अनुष्का को पढ़ाई में ज्यादा दिक्कतें पेश नहीं आई है। उन्होंने कहा कि अनुष्का बचपन से ही डॉक्टर बनना चाहती है। जबकि वह खुद इंजीनियर बनना चाहता था और इसलिए उसने आईआईटी रुड़की में इंजीनियरिंग करने का फैसला लिया।
