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एनएसएस शिविरार्थियों को नशे के प्रति जागरूक किया, युवाओं से किया बुराइयों को समय रहते छोड़ने का आह्वान

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टनकपुर। राजकीय महाविद्यालय के तत्वावधान में राजकीय उच्चतर प्राथमिक विद्यालय सैलानीगोठ में आयोजित सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना के शिविर में शिक्षक व नशा जागरूकता के जिला संयोजक त्रिलोचन जोशी ने कॉलेज के विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभावों से अवगत कराते हुए कहा कि समाज में आए दिन नशे की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। नशा करने से परिवार में आर्थिक नुकसान होने के साथ उसके स्वास्थ्य पर भी गलत असर पड़ता है। नशे की लत इंसान को खोखला बनाती है। कुछ नशीली दवाइयां ऐसी होती हैं, जिसकी लत से समय रहते व्यक्ति को दूर नहीं जाए तो वह उसकी मौत का कारण भी बन जाती है।

कहा कि शराब, गुटखा, बीड़ी, सिगरेट, शराब के साथ साथ सैंथेटिक नशा ड्रग्स का प्रचलन बढ़ता जा रहा है। आज के युवाओं को नशे से दूर करने के लिए हमें समाज को जागरूक करने की जरूरत है। ऊंची सोसायटी में स्थान बनाए जाने की होड़, सीनियर छात्रों का दबाव, गम भुलाने की अवधारणा युवाओं को नशे की ओर धकेल रही है। नशे की वजह कैंसर, ब्लड प्रेशर, अल्सर जैसी बीमारियां जानलेवा साबित हो रही हैं। पारिवारिक विघटन, रिश्तों में दरार, बहिन बेटियों से दुराचार आदि घटनाएं नशे के कारण ही हो रही हैं। उन्होंने इन बुराइयों को समय रहते छोड़ने के लिए युवाओं का आह्वान किया। इस अवसर पर उपस्थित शिविरार्थियों से नशा मुक्ति के संकल्प पत्र भरवाए और आजीवन नशे से दूर रहने की सामूहिक प्रतिज्ञा करवाई गई। कार्यक्रम का संचालन कार्यक्रम अधिकारी प्रो. सुषमा मक्कड़ द्वारा किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम प्रधानाध्यापक आशा आर्या, भुवनेश्वरी गहतोड़ी आदि मौजूद रहीं।