टनकपुर : वीरांगना हत्याकांड का खुलासा न होने से भड़के ग्रामीण, एसडीएम कार्यालय पर किया प्रदर्शन
टनकपुर। निकटवर्ती ग्राम बिचई निवासी वीरांगना की हत्या का खुलासा न होने से ग्रामीण खासे गुस्से में हैं। पुलिस की लचर कार्यप्रणाली से गुस्साए ग्रामीणों ने एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया और हत्याकांड का शीघ्र खुलासा करने की मांग की। उन्होंने एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा।
गौरतलब है कि टनकपुर खटीमा राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित ग्राम सभा बिचई निवासी वीरांगना भागीरथी देवी की अज्ञात बदमाशों ने करीब दो माह पहले हत्या कर दी थी। उनके साथ लूटपाट भी हुई थी। आज तक पुलिस मामले में कोई सुराग नहीं लगा सकी है। हत्याकांड का खुलासा न होने से ग्रामीण गुस्से में हैं। सोमवार को ग्रामीणों व वीरांगना के परिजनों ने कोतवाली एवं तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन किया। बाद में उन्होंने एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा।
ज्ञापन में कहा गया है कि अपने आवास पर अकेली रहने वाली वीरांगना भागीरथी देवी की दो माह पूर्व हत्या कर दी गई थी। उनका शव 16 मार्च की सुबह राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे पड़ा मिला। उनके स्वर्ण आभूषण भी गायब थे। दो माह बाद भी पुलिस हत्यारों का सुराग तक नहीं लगा सकी है। जिससे लोगों में रोष है। खुलासे की देरी से खफा मृतका की बेटी माधवी देवी, शांति देवी, हेमलता देवी ने भी रोष जताया। उन्होंने हत्यारों को शीघ्र पकड़ने की मांग की है। उप जिलाधिकारी सुंदर सिंह ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि दोषी के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर जल्द परिवार को न्याय दिलाया जाएगा।
सप्ताह भर में खुलासा न हुआ तो एसपी कार्यालय पर धरना देंगे ग्रामीण
ग्रामीणों ने कहा कि अगर वीरांगना हत्याकांड का एक सप्ताह के भीतर खुलासा न हुआ तो वे जनपद मुख्यालय पहुंच कर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में धरना प्रदर्शन करेंगे। पूर्व बीडीसी सदस्य हरि ओम सेठी ने कहा कि दिन प्रतिदिन यह मामला उलझता ही जा रहा है। जिससे ग्रामीण क्षेत्र में पुलिस के प्रति आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है।
महिलाओं ने कोतवाल को सुनाई खरी-खोटी
वीरांगना हत्याकांड को दो माह गुजरने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। पुलिस हत्यारों का सुराग तक नहीं लगा पाई है। हत्या की गुत्थी सुलझाने में पुलिस की नाकामी पर ग्रामीणों एवं स्थानीय महिलाओं का सब्र का बांध टूट गया है। एसडीएम को ज्ञापन सौंपने के बाद गुस्साई महिलाओं ने मौके पर मौजूद कोतवाल चन्द्र मोहन सिंह को खरी खोटी सुनाई। इस दौरान महिलाओं में खासा आक्रोश देखने को मिला। महिला पुलिसकर्मियों को उन्हें समझाने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। महिलाओं ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि दो माह बाद भी पुलिस मामले में रत्ती भर कार्रवाई नहीं कर पाई है। अब उनका पुलिस पर से भरोसा टूटता जा रहा है। महिलाओं ने पुलिस पर यह भी आरोप लगाया है कि पुलिस मामले को रफा-दफा करने की फिराक में है। वहीं कोतवाल चंद्र मोहन सिंह ने बताया कि मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है। इसके लिए अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन भी किया गया है।