देहरादून पहुंचे पांचों शहीदों के पार्थिव शरीर, सीएम पुष्कर धामी ने अर्पित की श्रद्धांजलि
देहरादून। जम्मू कश्मीर के कठुआ आतंकी हमले में शहीद उत्तराखंड के पांचों जवानों के पार्थिव शरीर जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंच गए हैं। एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत तमाम दिग्गजों ने बलिदानियों को भावभीनि श्रद्धांजलि अर्पित की। एयरपोर्ट से शहीदों के पार्थिव शरीर उनके पैतृक निवास स्थान भेजे जा रहे हैं।
बता दें कि 8 जुलाई को जम्मू कश्मीर के कठुआ में आतंकियों ने घात लगाकर सेना पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया था। सेना ने भी काउंटर अटैक कर जवाबी फारयिंग की, लेकिन आतंकी जंगल की तरफ भाग गए। इस आतंकी हमले में गढ़वाल राइफल्स के 5 जवान शहीद हो गए थे। जिसमें जेसीओ (नायब सूबेदार) आनंद सिंह, हेड कांस्टेबल कमल सिंह, राइफलमैन अनुज सिंह, नायक विनोद कुमार और राइफलमैन आदर्श नेगी में शामिल हैं। पांचों जवान उत्तराखंड के रहने वाले हैं। मंगलवार शाम को पांचों शहीदों के पार्थिव शरीर जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचे जहां सीएम धामी ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान पूर्व मुख्यंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, कैबिनेट मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल, सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने भी जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। एख साथ पांच जवानों की शहादत से उत्तराखंड में शोक की लहर है। शहीदों के परिवारों में कोहराम मचा है।
ये हैं पांच बलिदानी
- रुद्रप्रयाग जखोली ब्लाक के कांडा-भरदार निवासी नायब सूबेदार आनन्द सिंह रावत ने देश के लिए अपना बलिदान दे दिया। 41 वर्षीय सेना के जवान का परिवार देहरादून में रहता है। सेना द्वारा शहीद के गांव और परिवार को सूचना दे दी गई है।
- पौड़ी जिले के रिखणीखाल विकासखंड के पापड़ी गांव पोस्ट धामधार के निवासी कमल सिंह तीन बहनों के इकलौते भाई थे। उनके पिता का काफी साल पहले निधन हो गया था। गांव के घर में मां सुमति देवी, पत्नी रजनी देवी अपनी तीन व पांच साल की बेटियों के साथ रहती हैं। इसी साल कमल सिंह ने बच्चों को पढ़ाने के लिए कोटद्वार में किराए पर मकान लिया था
- शहीद राइफलमैन अनुज नेगी का परिवार रखती खाल विकासखंड के डाबरिया गांव में रहता है। बलिदानी के दो भाई-बहन है। पिता भारत सिंह वन विभाग में दैनिक श्रमिक के पद पर काम करते हैं। जबकि मां सुमित्रा देवी ग्रहणी है। ग्राम प्रधान नंदन सिंह ने बताया कि बलिदानी अनुज की शादी बीते साल नवंबर माह में हुई थी।
- कीर्तिनगर ब्लॉक के थाती डागर निवासी राइफलमैन आदर्श नेगी भी कठुआ में शहीद हुए। 26 वर्षीय आदर्श 2018 में सेना में भर्ती हुए थे। उनके पिता दलबीर सिंह नेगी गांव में ही खेतीबाड़ी का काम करते हैं। आदर्श की 12वीं तक की पढ़ाई राजकीय इंटर कालेज पिपलीधार से हुई। 2018 में वह गढ़वाल राइफल्स में भर्ती हो गए। उस दौरान वह गढ़वाल विश्वविद्यालय से बीएससी द्वितीय वर्ष के छात्र थे। आदर्श तीन भाई-बहन में सबसे छोटे थे।
- नई टिहरी जाखणीधार ब्लॉक के चौंड-जसपुर निवासी विनोद सिंह (33) ने भी कठुआ में हुए आतंकी हमले अपना बलिदान दे दिया। विनोद सिंह 10 वीं गढ़वाल राइफल में तैनात थे। वर्तमान में उनका परिवार भानियावाल देहरादून में रहता हैं। विनोद 2011 में सेना में भर्ती हुए थे। वह घर के इकलौते बेटे थे। विनोद का चार साल का बेटा और चार माह की बेटी है। डेढ़ माह पहले ही वह घर भानियावाला आए थे।