कोरोना इफेक्ट # 10वीं और 12वीं के प्रमोट विद्यार्थियों को झटका, इस राज्य में सरकारी नौकरी में नहीं होगी मान्य मार्कशीट, देनी होगी परीक्षा

कोरोना महामारी का साइड इफेक्ट दिखाई देने लगा है। 10वीं और 12वीं में इस वर्ष प्रमोट हुए छात्र छात्राओं के लिए नया आदेश सिरदर्द साबित हो सकता है। उन्हें फिर से एग्जाम देने का का डर सताने लगा है। मालूम हो कि कोरोना महामारी के चलते पूरे साल भर स्कूलों में ताले लगे रहे और ऑनलाइन माध्यम से ही कक्षाएं संचालित हुईं। परीक्षा का मौका आया तो कराई नहीं जा सकीं। ऐसे में पिछली क्लासों की परफोर्मेंस के साथ ही आनलाइन क्लास में छात्रों की भागीदारी और प्रदर्शन के आधार पर 10वीं और 12वीं के छात्रों प्रमोट कर दिया गया। अधिकांश राज्य के शिक्षा बोर्ड भी परीक्षा परिणाम घोषित कर चुके हैं। अब ऐसे छात्रों के लिए असम से बुरी खबर आई है। 10वीं और 12वीं के छात्रों को परीक्षा के लिए नए आदेश ने स्टूडेंट्स को परेशानी में डाल दिया है और फिर से उनको एग्जाम का डर सताने लगा है। अब ऐसे छात्रों के लिए परेशानी ये है कि वे आगे किसी कंप्टीशन की तैयारी करें या फिर दोबारा पिछली क्लास की परीक्षा की।
दरअसल, नए आदेश के मुताबिक कोविड के दौरान बिना परीक्षा दिए अगली क्लास में प्रमोट होने वाले 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स की मार्कशीट सरकारी नौकरियों के लिए मान्य नहीं होगी। यह आदेश असम सरकार ने जारी किया है। इसके लिए सरकार की तरफ से इन कक्षाओं के छात्रों के लिए मूल्यांकन नीति निर्धारित की गई है। आदेश के मुताबिक राज्य सरकार की ओर से भविष्य में दी जाने वाली सरकारी नौकरियों में आवेदन करने के इच्छुक ऐसे प्रमोट छात्रों को स्पेशल एग्जाम में शामिल होना पड़ेगा।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार असम सरकार ने COVID-19 महामारी को देखते हुए इस साल कक्षा 10 और कक्षा 12 दोनों की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द कर दिया था। अब सरकार ने इन कक्षाओं के छात्रों के लिए मूल्यांकन नीति (evaluation policy)जारी कर दी है। सरकार की तरफ से दो विशेष समितियों द्वारा मानदंड (Criteria) निर्धारित किए गए हैं। वहीं अब असम सरकार के नए आदेश के मुताबिक 10 और कक्षा 12 की मार्कशीट सरकारी नौकरियों के लिए मान्य नहीं होगी। नए आदेश के मुताबिक कोरोना की स्थिति में सुधार होते ही शिक्षक या अन्य राज्य सरकार की नौकरियों के इच्छुक छात्रों को स्पेशल एक्जाम के लिए उपस्थित होना होगा। यह विशेष परीक्षा 15 सितंबर (महामारी के आधार पर) तक आयोजित की जानी है। असम हायर सेकेंडरी एजुकेशन काउंसिल (AHSEC) ने कक्षा 12 के छात्रों के लिए मूल्यांकन मानदंड की घोषणा की है। वहीं, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, असम (SEBA) ने कक्षा 10 के लिए मूल्यांकन योजना जारी कर दी थी।
कब होगी स्पेशल परीक्षा
कोरोना की स्थिति में सुधार होते ही यह परीक्षा आयोजित कराई जा सकती है। अनुमान के मुताबिक यह परीक्षा सितंबर के महीने में आयोजित की जा सकती है। खास बात यह है कि इस परीक्षा में शामिल हुए बिना कोई भी छात्र असम सरकार के शिक्षा विभाग के साथ ही अन्य किसी भी विभाग में कर्मचारी के पद के लिए आवेदन नहीं कर सकेगा। ऐसे में जो स्टूडेंट्स किसी कोर्स की प्रवेश परीक्षा की तैयारी में लगे हैं, उनके लिए अब समस्या है कि उन्हें फिर से 10वीं और 12वीं के किताबें पठनी होंगी।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा का बयान
यह क्लॉज विशेष रूप से उन लोगों के लिए है जो शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) में बैठते हैं, जो कक्षा 10 और कक्षा 12 के अंकों को वेटेज देता है। क्योंकि इस वर्ष मूल्यांकन स्कूल के रिकॉर्ड पर आधारित है, इसलिए बैच में सभी के अच्छा प्रदर्शन करने की संभावना है। इसलिए यह पिछले बैच और आने वाले बैच के छात्रों के लिए उचित नहीं है जो टीईटी के लिए बैठेंगे।
