टनकपुर-चम्पावत एनएच के स्वाला में भू-धंसाव की रोकथाम के लिए तीन बैंच हुए तैयार, नौ बनने हैं, डीएम ने किया स्थलीय निरीक्षण
चम्पावत। जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे ने टनकपुर-चम्पावत राष्ट्रीय राजमार्ग- 09 के किमी 106-300, स्वाला में पहाड़ी ट्रीटमेंट कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने एनएच के अधिकारियों एवं संबंधित कार्य कर रही एजेंसी से पहाड़ी ट्रीटमेंट कार्य की जानकारी ली।
जिलाधिकारी ने एनएच के अधिकारियों से किए जा रहे सुधारीकरण कार्य के साथ ही पहाड़ी से हो रहे जल रिसाव पहाड़ी कटान की रोकथाम हेतु पहाड़ी ट्रीटमेंट, रैम्प निर्माण व ड्रेनेज कार्य की भी जानकारी ली। इस दौरान एनएच के अधिशासी अभियंता ने बताया कि पहाड़ी के स्थाई ट्रीटमेंट के लिए टीएचडीसी के द्वारा डिजाइन तैयार कर कार्य कराया जा रहा है। पहाड़ी से हो रहे भू-धंसाव की रोकथाम के लिए 9 बैंच (रैंप) बनाए जाने हैं। जिनमें से 3 पूर्ण हो गए हैं। चौथे में कार्य गतिमान है। इसके साथ ड्रेनेज ग्राउंटिंग गैबीआन दीवार का निर्माण कर पानी की निकासी के लिए कलवर्ट भी तैयार किए जा रहे हैं।
जिलाधिकारी ने विभाग को निर्देश दिए कि पहाड़ी ट्रीटमेंट का कार्य माह मार्च तक प्रत्येक दशा में पूर्ण कर लिया जाय ताकि, बरसात में किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो। उन्होंने कार्य को समय पर पूर्ण करने के लिए मैनपॉवर और मशीनरी बढ़ाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने मौके पर धीमी गति से हो रहे ट्रीटमेंट कार्य पर नाराजगी व्यक्त करते हुए एनएच के अधिकारियों को निर्देश दिए कि कंसल्टेंट एजेंसी टीएचडीसी से लगातार समन्वय बनाते हुए कार्यों को यथाशीघ्र पूर्ण कराएं। एनएच के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए कहा कि पहाड़ी ट्रीटमेंट कार्य के लिए कुल 9 बेंच बनाये जायेंगे। जिसमें से 3 बेंच का कार्य पूर्ण हो चुका है और 6 बेंच माह जनवरी के अंत तक पूर्ण करने के साथ ही अवगत कराया कि ग्राउटिंग और गेविऑन का कार्य भी चल रहा है।
इसके बाद जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे ने धौन–दियूरी–बजौन सड़क मार्ग का भी बजौन तक स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने क्षतिग्रस्त हो गए मार्ग की जल्द मरम्मत कराने के निर्देश पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को दिए।
इस दौरान जिलाधिकारी ग्राम बजौन पंहुचे जहाँ उन्होंने गांव का भ्रमण कर विभिन्न योजनाओं का निरीक्षण करते हुए ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। ग्राम बजौन के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से गांव में पेयजल की समस्या, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बजौन के लिए पैदल मार्ग का निर्माण कराए जाने की मांग की साथ ही गांव के युवाओं ने ओपेन एयर जिम खोले जाने के लिए भी जिलाधिकारी से मांग की। जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि शीघ्र ही उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। इस दौरान जिलाधिकारी ग्रामीण बच्चों से भी रूबरू हुए तथा उनसे शिक्षा आदि के बारे में जानकारी ली तथा उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने हेतु प्रेरित किया।
क्षेत्र भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायत नायल का भी स्थलीय निरीक्षण किया। प्रधानमंत्री आवास के लाभार्थी जगदीश चंद्र के निर्माणाधीन आवास का भी निरीक्षण किया। ग्रामीणों ने कहा कि बोरिंग के माध्यम से पानी को गांव तक पहुंचाया जा रहा है, लेकिन पंपिंग की वजह से पानी गांव तक सही से पहुंच नहीं पा रहा है। पंपिंग की समस्या से ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को अवगत कराया साथ ही जंगली जानवरों से बचाव हेतु तार बाड़ के कार्य हेतु अवगत कराया। जिलाधिकारी ने समस्या के निदान हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। इस दौरान अपर जिलाधिकारी जयवर्द्धन शर्मा, एनएच के अधिशासी अभियंता आशुतोष कुमार, जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी देवेन्द्र पटवाल आदि मौजूद रहे।