केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने खटीमा में की जनसभा, उत्तराखंड के लिए कर गए ये घोषणाएं, गडकरी के खटीमा दौरे की हर तस्वीर देखें
खटीमा। मंगलवार को केंद्रीय भूतल एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विधानसभा क्षेत्र खटीमा में जनसभा को संबोधित किया। वे यहां भाजपा की विजय संकल्प यात्रा (कुमाऊं) का समापन करने पहुंचे थे। गडकरी ने यहां पर उत्तराखंड के लिए कई बड़ी घोषणाएं कीं। उन्होंने हल्द्वानी से काठगोदाम बाईपास और लालकुआं में बाईपास बनाने की बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि वे उत्तराखंड आए हैं तो उनके लिए कई सौगातें भी लेकर आए हैं। लिहाजा उन्होंने कई अन्य सड़कों की भी प्रगति रिपोर्ट जनता के सामने रखी।
थारू राजकीय इंटर काॅलेज में आयोजित कार्यक्रम में गडकरी ने कहा कि उत्तराखंड के बारे में पूरे देश में कहा जाता है कि यह देवों की भूमि है। देश-विदेश की जनता उत्तराखंड को देव भूमि और राज्य की जनता को देव तुल्य मानती है। बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री यह हमारे आस्था, श्रद्धा के प्रतीक हैं। यहां केवल उत्तराखंड के ही नही बल्कि पूरी दुनिया से लोग आते हैं। हमारी पवित्र गंगा का उद्गम स्थान भी उत्तराखंड में है और मेरा यह सौभाग्य रहा है कि गंगा को अविरल और निर्मल करने की जिम्मेदारी मुझे मिली और उसका मेरे द्वारा 25000 करोड रुपए के अविरल निर्मल गंगा के लिए नमामि गंगे प्रोजेक्ट में कार्य किया जा रहा है। जिसका 80 प्रतिशत कार्य मेरे कार्यकाल में पूरा हुआ।
उन्होंने बताया कि जब-जब उत्तराखंड में पार्टी अध्यक्ष के रूप में आता था सब यही कहते थे कि हमारे रोड सुधर जाएंगे तो उत्तराखंड का विकास होगा। अमेरिका प्रेसिडेंट जॉन कैनेडी ने कहा था अमेरिका अमीर है इस कारण सड़कें अच्छी नहीं हैं, बल्कि यहां की सड़कें अच्छी हैं, जिसकी वजह से देश अमीर है। जब मुझे पीएम मोदी के नेतृत्व में रोड एवं परिवहन मंत्रालय मिला तो मैंने तय किया था कि उत्तराखंड को मैं दो लाख करोड़ रुपए दूंगा अभी तक आपने जो विकास देखा है वह एक ट्रेलर था। फिल्म अभी शुरू होनी बाकी है। मै इतना ही कहना चाहूंगा कि 2014 से 2021 तक हमने 21 सौ किलोमीटर की नई सड़क बनाई है और उसका मजबूती करण का काम किया है। उन्होंने बताया कि 2022 में करीब 1353 किलोमीटर सड़क में का कार्य पूरा हो जाएगा। 2024 तक 2500 किलोमीटर का काम पूरा करके दो लाख करोड़ का काम पूरा करेंगे।
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि खटीमा आने वाले समय में पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यह क्षेत्र आने वाले समय में विश्व मानचित्र पर होगा। उन्होंने कहा कि कैलाश मानसरोवर यात्रा जाने वाले इसी रास्ते से जाते हैं और मैं आपको विश्वास देता हूं आज से 1 साल के अंदर कैलाश मानसरोवर यात्रा पर आप सब रोड से जा सकोगे। रोड मैं आपको बना कर दूंगा। उन्होंने कहा कि टनकपुर से पिथौरागढ़ तक कनेक्टिविटी हो गई है। पिथौरागढ़ से लिपुलेख तक सड़क निर्माण का कार्य अभी चल रहा है। टनकपुर से लिपुलेख एक सड़क निर्माण कार्य हो रहा है। यह 376 का किलोमीटर है और इस पर 5000 करोड़ रूपया खर्च कर रहे हैं। यहां से सीधा मानसरोवर जा सकेंगे। टनकपुर से पिथौरागढ़ 162 किलोमीटर 1640 करोड़ रुपए खर्च करके 125 किलोमीटर का काम हो गया है और बाकी काम 2022 तक पूरा हो जाएगा पिथौरागढ़ से लिपुलेख 204 किलोमीटर तक 31 सौ करोड़ रूपये खर्च कर रहे हैं, यह काम बीआरओ द्वारा कराया जा रहा है और यह काम 1 साल में पूरा हो जाएगा।
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने सिमली-मुन्स्यारी-जौलजीबी-ग्वालदम तक सड़क चैड़ीकरण करने की घोषणा की और कहा कि इस परियोजना को भारत माला परियोेजना मे शामिल कर लिया गया है। जिस पर 6 हजार करोड़ रूपये खर्च कर रहे हैं। खटीमा रिंग रोड निर्माण हेतु चकरपुर-कालापुल होते हुए टेड़ाघाट वाया पहेनिया बाईपास का निर्माण भारत माला परियोजना मे लिया जायेगा। खटीमा से पूरनपुर मार्ग को एनएच किया जायेगा। खटीमा चैराहे से थारू विकास भवन तक एनओसी क्लीयर कर दी जायेगी। पीलीभीत मार्ग से टनकपुर मार्ग में बाहर बाईपास भी बनाया जायेगा। नजीबाबाद से अफजलगढ तक ग्रीनफील्ड न्यू बाईपास का बनाया जायेगा। हल्द्वानी से काठगोदाम और लालकुआं तक बायपास बनाने, हल्द्वानी-ग्वालदम सड़क निर्माण की घोषणा की।