उत्तराखंड : आपदा प्रभावितों की मदद को उतरेगी वायुसेना, मिग-17 और चिनूक हेलीकॉप्टर से किया जाएगा रेस्क्यू कार्य
उत्तराखंड के लिए पिछले 24 घंटे बेहद मुश्किलों भरे रहे। उत्तराखंड के अलग-अलग इलाकों में भारी बारिश के चलते नुकसान हुआ है। आपदा प्रबंधन सचिव के अनुसार पिछले 24 घंटे में अब तक कुल 11 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें से देहरादून के रायपुर में 2 लोगों की मौत, रुड़की में 4 लोगों की मौत हुई है। इसी तरह से टिहरी में बादल फटने की वजह से 3 लोगों की मौत, 1 व्यक्ति की मौत केदारनाथ मार्ग पर और 1 और व्यक्ति की मौत चमोली में हुई है। इस तरह से पिछले 24 घंटे में हुई भारी बारिश के चलते अब तक कुल 11 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि कई जगहों पर पुलों और सड़क टूटने से भी नुकसान हुआ है। आपदा प्रबंधन सचिव ने बताया कल देर रात रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ पैदल मार्ग पर भीमबली में बादल फटने की वजह से केदारनाथ धाम का मार्ग अवरुद्ध हो गया है। भीमबली से ऊपर केदारनाथ की तरफ फंसे हुए लोगों को लगातार निकालने का काम किया जा रहा है। जिसमें से अब तक 400 लोगों को निकाला जा चुका है।
आपदा प्रबंधन सचिव ने बताया अभी भी भीमबली और लिंचोली में 300 लोग फंसे हुए हैं। इसी तरह से पूरे केदारनाथ धाम के विभिन्न पड़ावों पर 1000 से 1500 लोग फंसे हुए हैं। इन लोगों को लगातार रेस्क्यू किया जा रहा है। जिसके लिए केंद्र से भी बातचीत चल रही है। आपदा प्रबंधन सचिव ने बताया मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्र से मदद मांगी हैं। एयर रेस्क्यू के लिए वायुसेना की भी मदद ली जा रही है। जल्द ही वायुसेना के मी-17 और चिनूक हेलीकॉप्टर के माध्यम से रेस्क्यू का काम किया जाएगा।
वहीं उत्तराखंड में भारी बारिश और आपदा से उत्पन्न स्थिति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नजर रखे हुए हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय ने पूरी वस्तुस्थिति की जानकारी ली है। रेस्क्यू के लिए एयर फोर्स का चिनूक, एमआई 17 रवाना, तीन टैंकर ATF की मदद भी भेजी गई है। मुख्यमंत्री के अनुरोध पर पीएमओ ने हर आवश्यक सहायता के प्रति आश्वस्त किया है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा ने भी स्थिति की जानकारी ली है।