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उत्तराखंड का जवान सीमा पर शहीद, गांव में शोक की लहर, तीन माह पूर्व हुआ था पत्नी का निधन

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पिथौरागढ़ जनपद के गंगोलीहाट ब्लॉक के बेलपट्टी स्थित सुगड़ी गांव के 50 राष्ट्रीय राइफल (आरआर) में तैनात नायक दीपक सिंह सुगड़ा (29) पुत्र मोहन सिंह की जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले के खेरू में शहीद हो गए। उनकी मौत के कारणों का पता नहीं चल पाया है। वह दो सप्ताह पूर्व छुट्टी पूरी कर अपनी यूनिट में गए थे। बताया जा रहा है कि तीन महीने पहले दीपक सिंह सुगड़ा की पत्नी हिमानी (24) की बीमारी के कारण हल्द्वानी के एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी।

नायक दीपक सिंह की इंटर तक की पढ़ाई चौरपाल से हुई थी। वह वर्ष 2015 में सेना में भर्ती हुए थे। जानकारी के अनुसार दीपक दो बार पैरा स्पेशल कमांडो की ट्रेनिंग ले चुके हैं, लेकिन पैर में चोट आने के कारण उन्हें वापस यूनिट भेज दिया गया। दीपक सिंह का एक साल का बेटा अपनी दादी के साथ गांव में रहता है, जिसका वह पांच दिन पहले जन्मदिन मनाकर ड्यूटी पर गए थे। उस समय दीपक ने बेटे और पत्नी की फाइल फोटो को सोशल मीडिया पर शेयर किया था। दीपक सिंह के पिता मोहन सिंह की चार साल पहले मौत हो चुकी है। उनके दो भाई अनिल सिंह सुगड़ा और गोकुल सिंह सुगड़ा दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते हैं। वर्ष 2015 में दीपक के सेना में भर्ती होने पर पूरे परिवार ने जश्न मनाया था। दीपक सिंह के मौत की सूचना अभी उनकी माता कौशुली देवी (54) को नहीं दी गई है। एडीएम पिथौरागढ़ डॉ. शिव कुमार बर्नवाल ने कहा कि सैनिक दीपक सिंह सुगड़ा की मौत की सूचना ग्राम प्रधान की ओर दी गई है। अभी तक सेना की ओर से इस तरह की कोई जानकारी नहीं आई है। किन कारणों से जवान की मौत हुई इसका भी पता नहीं लग पाया है। उम्मीद जताई जा रही है कि शहीद का पार्थिव शरीर आज पिथौरागढ़ पहुंच सकता है।

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