चंपावत

चम्पावत : गर्भवती की मौत के मामले में डॉक्टर को मिली क्लीन चिट

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चम्पावत। जिला अस्पताल में प्रसव के दौरान 25 अप्रैल को गर्भवती की मौत के मामले में डॉक्टर को क्लीन चिट मिल गई है। एसीएमओ डॉ. इंद्रजीत पांडेय और डॉ. श्वेता खर्कवाल की जांच टीम ने दस्तावेजी परीक्षण और बयानों के आधार पर ये निष्कर्ष दिया है। अलबत्ता पोस्टमार्टम में देरी के लिए जिला अस्पताल को जिम्मेदार माना गया है।

सीएमओ डॉ. केके अग्रवाल ने बताया है कि जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेज दी गई है। मालूम हो कि लोहाघाट के पाटन पाटनी की गर्भवती सीमा विश्वकर्मा (32) को 24 अप्रैल को लोहाघाट उप जिला अस्पताल ने शिशु की गर्भ में मौत होने पर जिला अस्पताल रेफर किया था। 25 अप्रैल की शाम को मृत शिशु के प्रसव के दौरान इंजेक्शन लगाने के कुछ देर बाद सीमा की मौत हो गई थी। मृतका के पति पुष्कर विश्वकर्मा ने गर्भवती के शिशु की मौत के 24 घंटे तक प्रसव नहीं करने का आरोप लगाते हुए जांच की मांग की थी। साथ ही पोस्टमार्टम के लिए घंटों तक इंतजार कराने का भी आरोप लगाया। जांच रिपोर्ट में पोस्टमार्टम में देरी होने की बात कबूली गई है। बाद में देरी को देखते हुए पोस्टमार्टम खुद सीएमओ और एसीएमओ ने किया था।

नवीन सिंह देउपा

नवीन सिंह देउपा सम्पादक चम्पावत खबर प्रधान कार्यालय :- देउपा स्टेट, चम्पावत, उत्तराखंड