शारदा नदी के डाउनस्ट्रीम में चल रहा रॉयल्टी का खेल, सरकार को लगाया जा रहा लाखों रुपये के राजस्व का चूना, 12 वाहनों का काटा गया जुर्म
टनकपुर। शारदा नदी के डाउनस्ट्रीम में बगैर रॉयल्टी काटे खनन सामग्री ले जाने का धंधा जोरों पर चल रहा है। इससे अब तक प्रदेश सरकार को लाखों रुपये के राजस्व का चूना लग चुका है। एक सूचना के आधार पर वन विभाग ने 12 वाहनों को बगैर रॉयल्टी के खनन सामग्री परिवहन करते हुए पकड़ा और जुर्म काटा। इन वाहनों को खनन निकासी के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है।
बताया जाता है कि 14 मार्च मंगलवार को शारदा डाउनस्ट्रीम में हो रहे खनन के दौरान करीब एक दर्जन वाहन बिना रॉयल्टी काटे ही चले गए, जिन्हें शारदा बैराज के पास ही रोक दिया गया। चोरी का खुलासा होने पर खनन क्षेत्र में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में कुछ वाहन स्वामियों ने जांच की डर से अपने-अपने वाहनों से खनन सामग्री वहीं उतार ली। बाद में यह मामला उजागर होने पर वन विकास निगम खनन प्रभाग हरकत में आया। खनन प्रभाग के अनुभाग अधिकारी ने इसकी सूचना निगम के प्रभागीय लौगिंग प्रबंधक खनन प्रभारी देवेन्द्र सिंह पुंडीर को दी।
मामले को गंभीरता से लेते हुए खनन प्रभारी पुंडीर ने शारदा रेंज के रेंजर महेश सिंह बिष्ट को बगैर रॉयल्टी काटे खनन सामग्री ले जा रहे 12 वाहनों की सूची देकर उन वाहन स्वामियो के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। बुधवार को रेंजर बिष्ट ने सभी वाहनों का जुर्म काटा। इसके बाद खनन प्रभारी पुंडीर ने टीम के साथ शारदा डाउनस्ट्रीम के तीनों कांटो का निरीक्षण किया। इस कार्रवाई से खनन क्षेत्र में खनन स्वामियों में खासा हड़कंप मचा रहा।
इधर शारदा वन रेंज के वनाधिकारी महेश सिंह बिष्ट ने बताया कि खनन प्रभाग द्वारा उन्हें दी गई सूची के आधार पर करीब 12 वाहनों का जुर्म काटा गया है। बताया जाता है कि पकड़े गए वाहनों में 6 मनिहारगोठ, दो नायकगोठ और टनकपुर, बिचई, छीनीगोठ, विष्णुपुरी और क्षेत्र के एक-एक वाहन स्वामियों के हैं। साथ ही बिना रॉयल्टी के पकड़े गए वाहनों को शारदा खनन क्षेत्र से निकासी के लिए भी प्रतिबंधित किया गया है।
चर्चा है कि इस बार शारदा नदी के डाउनस्ट्रीम से खनन शुरू होने के बाद से ही कई खनन स्वामियों द्वारा बिना रॉयल्टी के चोरी कर खनन सामग्री ले जाने का मामला इससे पूर्व भी प्रकाश में आ चुका है। हर रोज खनन क्षेत्र में रॉयल्टी चोरी के मामले सामने आ रहे हैं। जिससे अभी तक लाखों रुपए के राजस्व की चोरी हो चुकी है।