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चम्पावत: जिला पंचायत की बैठक में सदस्यों ने उठाया सरकारी अस्पतालों से प्रसव पीड़ित महिलाओं को रेफर किए जाने का मामला

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चम्पावत। जिला पंचायत चंपावत की बोर्ड बैठक गुरुवार को जिला पंचायत सभागार में अध्यक्ष जिला पंचायत ज्योति राय की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक का संचालन करते हुए अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत भगवत पाटनी ने सर्वप्रथम सदन में सभी आगंतुकों का स्वागत करते हुए बोर्ड की संपन्न विगत बैठक की कार्यवाही से अवगत कराया। साथ ही प्रस्तावों व समस्याओं के अनुपालन में जो विभागों द्वारा कार्यवाही की गई थी, के संबंध में विभागवार जानकारी दी गई।

बैठक में अध्यक्ष जिला पंचायत ज्योति राय ने कहा कि बोर्ड बैठक में जो भी प्रस्ताव व समस्याएं सम्मानित सदस्यों द्वारा रखी जाती हैं, संबंधित विभाग उनका त्वरित अनुपालन करते हुए आख्या समय पर सदस्य गणों एवं जिला पंचायत को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जिले के विकास के लिए जो भी मामले बैठक में रखे जाते हैं, उन्हें प्राथमिकता से अधिकारी पूर्ण करना सुनिश्चित करें।

बैठक में विभिन्न सदस्यों द्वारा अपने अपने क्षेत्रों से सड़क संबंधित निर्माण एवं सुधरीकरण की मांग रखी गई, जिस पर सड़क निर्माण विभाग के अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए गए। इस दौरान सदस्यों द्वारा जनपद में वन भूमि हस्तांतरण के कारण लंबित सड़क मार्गों को शीघ्र बनाए जाने हेतु सड़क निर्माण विभाग एवं वन विभाग के सामने प्रकरण को रखा। इस संबंध में वन विभाग से आए अधिकारी द्वारा अवगत कराया की सड़क निर्माण हेतु वन भूमि हस्तांतरण के प्रस्ताव प्राप्त होते हैं, उन्हें नियमानुसार तत्काल उच्च स्तर पर भेजा जाता है।

बैठक में विभिन्न सदस्यों द्वारा जिला चिकित्सालय सहित जनपद के दूरस्थ क्षेत्रों में स्थित स्वास्थ्य केंद्रों व चिकित्सालयों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराए जाने की बात कही। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने अवगत कराया की जनपद में 121 चिकित्सक वर्तमान में तैनात हैं, 72 स्टाफ नर्स द्वारा अभी योगदान दिया गया है। वर्तमान में इन सभी को दूरस्थ क्षेत्रों में तैनात कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय में ठेके के माध्यम से सफाई की व्यवस्था कराई जा रही है। बैठक में विभिन्न सदस्यों द्वारा गर्भवती महिलाओं को चिकित्सालय में ही प्रसव कराए जाने व रेफर न किए जाने की बात रखी गई, जिस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने अवगत कराया की शत प्रतिशत प्रसव जिले में ही कराए जाने हेतु प्राथमिकता दी जाती है। विशेष परिस्थितियों में ही रेफर कराया किया जाता है जो कि नहीं के बराबर है।

उरेडा विभाग की समीक्षा के दौरान परियोजना अधिकारी उरेडा ने अवगत कराया की सभी गांव में सोलर लाइट दिए जाने हेतु कार्यवाही गतिमान है। वर्तमान में 99 गांव में पांच-पांच सोलर स्ट्रीट लाइट दी जा रही हैं। इसके साथ ही जिले के एकमात्र वनराजी गांव खिरद्वारी में 30 सोलर लाइट लगाई जा रही हैं। जिला प्लान से विभिन्न क्षेत्रों में 36 सोलर स्ट्रीट लाइट लगा दी गई हैं। पूर्णागिरि क्षेत्र में पांच तथा टनकपुर क्षेत्र में चार हाई मास्क लाइट शीघ्र ही लगाई जाएंगी। इसके अतिरिक्त आंगनबाड़ी केंद्रों में भी रूफ टॉप सोलर प्लांट लगाए जा रहे हैं। विद्युत विभाग से आए हुए अधिकारियों द्वारा अवगत कराया की लोहाघाट के पुल्ला में विद्युत सब स्टेशन स्वीकृत हो गया है। भूमि भी उपलब्ध हो गई है। शीघ्र ही निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। उन्होंने चल्थी में विद्युत सब स्टेशन बनाए जाने हेतु भूमि उपलब्ध कराए जाने के लिए जनप्रतिनिधियों तथा क्षेत्रीय लोगों से सहयोग की बात कही। इस दौरान विभिन्न क्षेत्रों में लो वोल्टेज आदि की समस्या भी सदस्यों द्वारा रखी गई।

मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि जिले के विकास व उसे आदर्श जिला बनाने के लिए सभी जनप्रतिनिधियों का सहयोग आवश्यक है। उन्होंने सभी से अपील की कि वे जिले के विकास को अपने अमूल्य सुझाव देते हुए इन कार्यों को मूर्त रूप देने में अपना सहयोग प्रदान करें। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सदन में जो भी समस्याएं माननीय सदस्यों द्वारा रखी गई हैं, उनका प्राथमिकता से निस्तारण कर समय से उन्हें अवगत भी कराया जाय। बैठक में शिक्षा, स्वजल, उरेडा, पेयजल, स्वास्थ्य, बाल विकास विभाग, उद्यान विभाग, कृषि विभाग, जल संस्थान, समाज कल्याण, रेशम, सिंचाई, नलकूप, पर्यटन, उद्योग, आबकारी, दुग्ध समेत विभिन्न विभागों द्वारा अपने.अपने विभाग द्वारा चालायी जा रही योजनाओं की जानकारी दी। बैठक में उपाध्यक्ष जिला पंचायत एलएम कुंवर, विधायक प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी, प्रतिनिधि अध्यक्ष वन विकास निगम प्रकाश राय समेत सदस्य, जनप्रतिनिधि, अधिकारी आदि उपस्थित रहे।

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