म्यांमार की अदालत ने आंग सान सू की को सुनाई पांच साल की सजा, भ्रष्टाचार के मामले में ठहराया दोषी
बर्मा, एजेंसी। म्यांमार की अदालत ने नोबल पुरस्कार विजेता आंग सान सू की (Aung Aan Suu Kyi) के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामले में सजा सुना दी है। अदालत ने आंग सान सू की को मामले में दोषी ठहराया है। उन्हें अदालत ने पांच साल की सजा सुनाई है। उनके मुकदमे की जानकारी रखने वाले एक सूत्र के हवाले खबर है कि सेना ने फरवरी 2021 में आंग सान सू की को गिरफ्तार कर लिया था। उन पर आरोप लगे थे कि उन्होंने देश में हुए चुनाव में भारी गड़बड़ी कर जीत हासिल की थी। दरअसल, 76 वर्षीय आंग सान सू की के खिलाफ कई मामले चल रहे हैं। हिरासत में रहने के दौरान आंग सान सू की के खिलाफ कई आरोप लगे। जिनमें अंतरराष्ट्रीय संगठनों को भेजे गए उनकी पार्टी के पत्र पर सैन्य सरकार को मान्यता नहीं देने के लिए दबाव बनाने का आरोप लगा था। आंग सान सू की को जनवरी 2022 में अवैध रूप से वाकी-टाकी आयात करने और रखने एवं कोरोना प्रतिबंधों का उल्लंघन करने के जुर्म में चार साल की सजा सुनाई गई थी। इसके अलावा आंग सान सू की पर आरोप है कि उन्होंने यांगून के पूर्व मुख्यमंत्री फ्यो मिन थीन से 11.4 किलोग्राम सोना और कुल $600,000 का नकद भुगतान स्वीकार किया था। जिसमें भी उन्हें सजा सुनाई गई है। फिलहाल आंग सान सू की के खिलाफ अब भ्रष्टाचार के कम से कम 10 और मामले लंबित हैं, जिनमें से प्रत्येक में अधिकतम 15 साल की जेल की सजा हो सकती है। बता दें कि म्यांमार में अपदस्थ नेता आंग सान सू की के खिलाफ चुनाव धोखाधड़ी मामले में 14 फरवरी को सुनवाई शुरू हुई। सैन्य तख्तापलट के बाद फरवरी 2021 में सेना ने देश में हुए चुनाव में भारी गड़बड़ी के आरोपों में आंग सान सू की को गिरफ्तार कर लिया था। उन्हें कई मामलों में सजा सुनाई जा चुकी है। वहीं, म्यांमार में तानाशाही का विरोध करने पर 1500 नागरिकों की हत्या हो चुकी हैं। आंग सान सू की पर अभी भी दर्जनों मामले लंबित हैं और उन सब पर सजा हुई तो उन्हें सौ साल से अधिक समय जेल में बिताना होगा।