पांच दोस्तों के साथ मिलकर छात्रा का गैंगरेप करने वाला अग्निवीर हुआ गिरफ्तार, ड्यूटी पर लौटा था उत्तराखंड
भारतीय सेना का हिस्सा बनने के लिए युवा जी जान से कड़ी मेहनत करते हैं और देश की रक्षा के लिए खुद को बलिदान करने का जज्बा रखते हैं, लेकिन कुछ युवा सेना में भर्ती होने के बाद भी राह से भटक जाते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें अग्निवीर ने अपने दोस्तों के साथ मिल कर एक नाबालिग छात्रा से गैंगरेप कर दिया। मामला राजस्थान के के अलवर का है। आरोपी अग्निवीर को उत्तराखंड से गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि युवक नाबालिक के परिवार वालों पर भी दबाव बना रहा था।
जानकारी के अनुसार 12वीं की छात्रा से गैंगरेप के आरोप में पुलिस ने अग्निवीर को सेना की मदद से उत्तराखंड से पकड़ा है। अग्निवीर ने अपने पांच दोस्तों के साथ मिलकर 16 साल की नाबालिग छात्रा से गैंगरेप किया था जो की उसकी परिचित थी और विश्वास करके उसके साथ गयी थी। मामला अलवर के कठूमर थाना क्षेत्र में 14 जुलाई का। अलवर एसपी के अनुसार पीड़िता ने 22 जुलाई को केस दर्ज कराया था। एक दोस्त के रिश्तेदार ने उसे रात के समय कॉल करके घर से बुलाया था। वो भरोसा करके चली गयी। वह उसे बाइक पर बैठाकर जंगल की तरफ ले गया और अपने चार दोस्तों के साथ मिलकर उसका गैंगरेप किया। घटना के बाद आरोपी समझौता करने के लिए पीड़िता और उसके परिजनों पर दबाव बनाने लगा। केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने दो आरोपी पहले ही गिरफ्तार कर लिए थे। बाकी 3 आरोपी फरार चल रहे थे। पुलिस ने 31 जुलाई को मुख्य आरोपी अग्निवीर भावेश जाट को पकड़ा। 1 अगस्त को उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। अभी भी दो आरोपी फरार चल रहे हैं।
ड्यूटी पर लौट गया था आरोपी : पुलिस के अनुसार, वारदात के बाद आरोपी उत्तराखंड में अपनी ड्यूटी पर चला गया था। घटना के बाद पीड़िता ने CM को पत्र लिखकर न्याय दिलाने की मांग भी की थी। पुलिस अधिकारी जोगेंद्र के अनुसार आरोपी सेना में अग्निवीर है। इसलिए उसे पकड़ने के लिए सेना के अधिकारियों से संपर्क किया गया था। पुलिस टीम ने उत्तराखंड जाकर सेना की मदद से आरोपी को पकड़ा। पीड़िता के परिजनों के अनुसार आरोपी खुद के परिवार के संबंध सरकार में एक मंत्री से बताकर मामले को दबाने के लिए दबाव देता रहा। इसके बाद पीड़िता ने 26 जुलाई को एसपी से लिखित शिकायत कर मदद की गुहार लगाई थी, जिसमें कहा गया था कि अगर न्याय नहीं मिलेगा तो वो आत्महत्या के लिए मजबूर होगी। पुलिस के अनुसार आर्मी को मामले की रिपोर्ट सौंपी जाएगी। इसके बाद आर्मी के स्तर पर कार्रवाई होगी।