सीएम धामी के विधानसभा क्षेत्र में अनुसूचित जाति की महिला ग्राम प्रधान का हुआ बड़ा अपमान, ग्रामीणों ने पहना दी जूते की माला, ग्राम प्रधान ने दी तहरीर, आधा दर्जन से अधिक महिलाओं के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज
चम्पावत/बनबसा। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विधानसभा क्षेत्र चम्पावत के बनबसा में अनुसूचित जनजाति की महिला ग्राम प्रधान का बड़ा अपमान हुा है। ग्रामीणों ने अनुसूचित जाति की महिला को जूतों की माला पहना कर उनका अपमान किया है। ग्रामीण किसी बात को लेकर ग्राम प्रधान नाराज थे और उन्होंने आक्रोश में आकर उनको सरेआम जूत की माला पहना कर ग्राम प्रधान का अपमान किया है। ग्राम प्रधान ने पुलिस को तहरीर सौंप कर न्याय दिलाने की मांग की है। अब देखना होगा कि सीएम के विधानसभा क्षेत्र की पुलिस एक अनुसूचित महिला ग्राम प्रधान को न्याय दिला पाती है कि नहीं।
सीएम धामी के विधानसभा क्षेत्र चम्पावत के बनबसा में शर्मसार घटना हुई है। पिछले दिनों हुई बारिश से जहां पूरा प्रदेश बाढ़ की स्थिति में था, वहीं बनबसा भी बाढ़ की चपेट में आया था। बनबसा टनकपुर क्षेत्र में सीएम धामी ने स्वयं दौरा कर हालात का जायजा लिया, लेकिन बनबसा क्षेत्र की ग्राम पंचायत गुदमी की जनता का गुस्सा अनुसूचित जनजाति की ग्राम प्रधान विनीता राणा पर फूटा। क्योंकि सीएम तो हवाई दौरा कर गए थे। उन्होंने टनकपुर के लोगों की समस्या को सुना लेकिन शायद वे बनबसा के गुदमी के लोगों की समस्या नहीं सुन पाए। इसलिए लोगों की नाराजगी ग्राम प्रधान पर भारी पड़ गई। बताया जाता है कि 10 जुलाई को प्रशासन की टीम गांव में राहत सामग्री बांटने पहुंची थी, ग्राम प्रधान टीम के पहुंचने से पहले मौके पर पहुंच गई थीं। ग्राम प्रधान के मुताबिक वहां मौजूद भीड़ में से कुछ महिलाओं के द्वारा उन्हें पकड़ कर जूते की माला पहनाई गई तथा जाति सूचक शब्दों का प्रयोग कर उनका सार्वजनिक अपमान किया गया। वहीं इस सार्वजनिक अपमान से आहत ग्राम प्रधान विनीता राणा ने गुरुवार को बनबसा थाने में नामजद तहरीर दी है। ग्राम प्रधान की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। एसपी चम्पावत अजय गणपति ने मामले का संज्ञान लेते हुए सीओ शिवराज सिंह राणा को मामले की जांच कर आरोपियों पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। आश्चर्य की बात यह है कि अनुसूचित जाति के लोगों की बड़ी हिमायती बनने वाली भाजपा ने अभी तक इस घटना की निंदा तक नहीं की है।
बनबसा थानाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह जगवाण ने बताया कि पुलिस ने मुकदमा अपराध संख्या 77/24 धारा 115/351/352/192 भारतीय न्याय संहिता एवं धारा 3(1)(डी)(एम)(आर)(एस) अनुसूचित जाति जनजाति अधिनियम के अंतर्गत हेमा खड़ायत, लीला दिगारी, जानकी कलौनी, निर्मला दिगारी, रोहित जेम्स, पिंकी जेम्स, संजीत सिंह, दिनेश कलौनी, निखिल जेम्स तथा अन्य के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया गया है।