उत्तराखंड : डीजीपी ने नानकमत्ता क्षेत्र में हुए हत्याकांड के घटनास्थल का किया स्थलीय निरीक्षण, अफसरों को दिए घटना के त्वरित खुलासे के सख्त निर्देश, 11 टीमें गठित
पुलिस की 11 टीमें गठित की गई हैं। शुक्रवार को डीजीपी अभिनव कुमार ने नानकमत्ता पहुंच कर घटना स्थल का जायजा लिया और हत्याकांड के खुलासे को लेकर पुलिस अफसरों को कड़े निर्देश दिए।
दिनांक 28-03-2024 को कन्ट्रोल रूप से समय लगभग प्रातः06:20 बजे सूचना प्राप्त हुई कि डेरा कार सेवा प्रमुख को अज्ञात बन्दूकधारी ने गोली मार दी है,जिस पर पुलिस टीम द्वारा मौका मुआयना किया गया तो जानकारी प्राप्त हुई कि डेरा कार सेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह प्रातः डेरे के बरामदा में कुर्सी में बैठे थे कि एक मोटर साइकिल पर दो अज्ञात व्यक्ति आये जिनमें से पीछे बैठे व्यक्ति द्वारा 315 बोर की रायफल से बाबा तरसेम सिंह पर दो फायर करे और मौके से मोटर साइकिल में फरार हो गये। गोली लगने से बाबा तरसेम सिंह वहीं मौके पर घायल होकर गिर गये,जिनको उनके सेवादारों द्वारा उपचार हेतु तुरन्त पंचरतन अस्पताल, नानकमत्ता ले जाया गया, जहां ड़ाक्टर द्वारा उनकी गम्भीर स्थिति को देखते हुए उन्हें हायर सेन्टर रेफर किया गया। जिस पर सेवादारों द्वारा बाबा को स्वास्तिक अस्पताल, खटीमा ले जाया गया । जिनकी वहां उपचार के दौरान मृत्यु हो गयी। घटना की सूचना मिलने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उधमसिंह नगर, पुलिस अधीक्षक नगर रूद्रपुर, क्षेत्राधिकारी खटीमा, क्षेत्राधिकारी सितारगंज व जनपद के अलग-अलग थानों के थानाध्यक्ष/प्रभारी निरीक्षक, फील्ड यूनिट, विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम,एसओजी टीम,एसटीएफ टीम, एलआईयू निरीक्षक आदि मौके पर पहुंचे।
पुलिस के मुताबिक घटना से संबंधित कुछ महत्त्वपूर्ण सुराग प्राप्त हुए हैं। जिनके आधार पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा घटना के खुलासे के लिए दिशा निर्देश दिये गये व 11 टीमों का गठन किया गया। जिनमें से प्रत्येक टीम को अलग-अलग कार्य आवंटित किये गये। जिनमें से तीन टीमें गैर-राज्य भेजी गई हैं। पुलिस उपमहानिरीक्षक, कुमांयू परिक्षेत्र द्वारा भी घटनास्थल व अन्य महत्वपूर्ण स्थलों का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये हैं। इसी क्रम में आज 29 मार्च शुक्रवार को अभिनव कुमार, पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड द्वारा घटना स्थल का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान डीजीपी ने सभी एंगल से घटना स्थल का मौका मुआयना किया गया। उन्होंने घटना के वक्त डेरे में मौजूद कार सेवकों से घटना की जानकारी प्राप्त की गई व उनको सांत्वना दी। इसके बाद डीजीपी ने थाना नानकमत्ता में जनपद के अधिकारियों के साथ बैठक की। जिसमें उन्होंने आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर मामले का खुलासा करने को लेकर अफसरों को सख्त दिशा निर्देश दिए।