जुड़वा बच्ची हत्या प्रकरण में कलयुगी मां ही निकली कातिल, रात-दिन रोती थीं जुड़वा बेटियां, सोने नहीं देने से परेशान होकर कलयुगी मां ने मार डाला

हरिद्वार। पुलिस ने अपनी बच्चियों को मौत के घाट उतारने वाली कलयुगी मां को पुलिस ने दबोच लिया है। इस कलयुगी मां ने अपनी ही दो जुड़वा बच्चियों को गला दबाकर मार दिया था। मासूम बच्चियों का कसूर बस इतना था कि वो रोती थीं। जिससे परेशान होकर उसने दोनों का गला दबा दिया। अपनी बेटियों की हत्या करते वक्त उसका जरा सा भी हाथ नहीं कांपा।

हरिद्वार एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि गुरुवार यानी 6 मार्च को फैक्टरी कर्मचारी महेश सकलानी पुत्र रामदेव सकलानी निवासी ग्राम हवेली थाना चंम्बा टिहरी गढ़वाल हाल निवासी धीरवाली कोतवाली ज्वालापुर ने अपनी बच्चियों की हत्या की आशंका जताते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी सिटी से वार्ता की और ज्वालापुर सीओ को हर पहलू पर जांच कर घटना का अनावरण करने के निर्देश दिए।
इसके बाद ज्वालापुर सर्किल पुलिस अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। बच्चियों के घर के आसपास, पड़ोसियों, जान पहचान वाले लोगों और रिश्तेदारों से पुलिस ने गंभीरता से पूछताछ की। साथ ही आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले। जांच में सुबह के समय बच्चियों की मां के दूध लेने जाने और घर वापस आने तक किसी भी व्यक्ति का घर में आना-जाना नहीं पाया गया।
वहीं, बच्चियों के पिता महेश सकलानी ने बताया कि घटना के दिन यानी गुरुवार को वो सिडकुल स्थित कंपनी में काम करने गया था। तभी उसके पास फोन आया कि उनकी दोनों जुड़वा बच्चियों की तबीयत खराब है। जिस पर वो आनन-फानन में घर पहुंचा। इसी बीच उसकी पत्नी दोनों बच्चियों को रानीपुर मोड स्थित एक अस्पताल लेकर चली गई थी। जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद दोनों बच्चियों को मृत घोषित कर दिया। महेश सकलानी ने बताया कि उनकी पत्नी ने कहा था कि वो सुबह करीब 10:30 बजे दोनों बच्चियों को सुलाने के बाद घर का दरवाजा बंद कर दूध लेने गई थी। जब कुछ देर बाद वो वापस लौटीं तो दोनों बच्चियां बेहोश मिलीं। इसके बाद वो पड़ोसियों के साथ मिलकर बच्चियों को अस्पताल ले गई थी।

वहीं, मामला संदिग्ध होने पर महिला कांस्टेबल की निगरानी में पुलिस की टीम ने बच्चियों की मां से घंटों तक गहनता से पूछताछ की, लेकिन वो सच को छुपाती रही। आखिर में जब पुलिस ने सख्ती दिखाई तो महिला यानी बच्चियों की मां पिघल गई और सच उगल दिया। जिसे सुन पुलिस के होश उड़ गए। आरोपी महिला (बच्चियों की मां) ने पुलिस को खौफनाक बातें बताई। मेरी दोनों जुड़वां बच्चियां रात-दिन रोती रहती थी। जिस कारण जरा सा भी आराम नहीं मिल पाता था। कम उम्र और साथ में कोई परिजन न होने की वजह से चिड़चिड़ापन बढ़ता गया। बच्चियों की रोने से रात में नींद गायब हो गई थी। पूरा आराम भी नहीं मिल पाता था। ऐसे में गुस्से और झल्लाहट में आकर बार-बार रो रही बच्चियों का पहले रजाई से मुंह दबाया, लेकिन वो ज्यादा चिल्लाने लगी। जिस पर चुन्नी से गला दबाकर बच्चियों की हत्या कर दी। इसके बाद किसी को शक न हो रोजाना की तरह से सुबह के समय दूध लेने चल गई और वापस आकर बच्चियों के बेहोश होने की कहानी गढ़ी। वहीं, महिला के इस खौफनाक वारदात की कहानी सुन पुलिस भी हैरान रह गई। कोई महज रोने पर कैसे अपनी ही बच्चियों को मार सकता है? मासूम बच्चियों की हत्या की घटना समाज को झकझोरने वाली थी। जिस पर पुलिस ने तत्काल आरोपी महिला (उम्र 20 वर्ष) निवासी मोहल्ला चकलान कोतवाली ज्वालापुर (हरिद्वार) को गिरफ्तार कर लिया गया।
