चम्पावत जीआईसी में विज्ञान दिवस पर हुईं प्रतियोगिताएं, कविता व तनुजा ने मारी बाजी

चम्पावत। मुख्य हिमवत्स (हिमालय वाटर सर्विस तथा विकास एवं पर्यावरण संरक्षण समिति) की ओर से विज्ञान दिवस पर चम्पावत जीआईसी में हुए कार्यक्रम में मुख्य शिक्षाधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट ने कहा कि विज्ञान मौजूदा दौर की जरूरत है। उन्होंने कहा कि विज्ञान का ज्ञान और वैज्ञानिक नजरिया तर्कपूर्ण समझ ही नहीं अंधविश्वास को दूर कर प्रगति, विकास के लिए जरुरी है।

जिला शिक्षाधिकारी प्रकाश सिंह जंगपांगी ने कहा कि कामयाबी के लिए सबसे जरूरी है जुनून और सकारात्मक सोच। भू-विज्ञानी डॉ. हरीश बिष्ट ने जल संरक्षण और भूकंप की जानकारी दी। मत्स्य वैज्ञानिक डॉ. गरिमा ने विज्ञान का आम जन-जीवन में महत्व बताने के साथ बच्चों को करियर की जानकारी दी। जीआईसी के प्रधानाचार्य केके उपाध्याय ने हिमवत्स संस्था विज्ञान के प्रचार-प्रसार के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान दे रहा है।
इस मौके पर हुई सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता में मुड़ियानी की कविता महर, डूंगरासेठी के रितिक भंडारी और खर्ककार्की के आयुष सेठी पहले तीन स्थान में रहे। पोस्टर प्रतियोगिता में खर्ककाकी की तनुजा टम्टा, मुड़ियानी की प्रियांशी बोहरा और डूंगरासेठी की प्रेमा बडोला पहले तीन स्थान में रहे। छात्र-छात्राओं को पदक और प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। विज्ञान समन्वयक नवीन चंद्र पंत, मंजू टम्टा, डॉ. बीसी जोशी और हरिओम शरण निर्णायक रहे। हिमवत्स के सचिव सेवानिवृत्त सीएमओ डॉ. जीवी बिष्ट ने अतिथियों का स्वागत किया। अध्यक्ष डॉ. सीएम जोशी ने सभी अतिथियों का आभार जताया। सामाजिक कार्यकर्ता राजेंद्र गहतोड़ी के संचालन में हुए कार्यकम में डीएन भट्ट, जगदीश चंद्र जोशी, रेखा जोशी, नरेश जोशी, गीता भट्ट, सुमन बोहरा, डॉ. एमपी जोशी, प्रकाश पुनेठा, पंकज बोहरा, संजना भंडारी आदि ने सहयोग दिया।
