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आदर्श चम्पावत के निर्माण में महिलाओं की भूमिका अहमः प्रो. दुर्गेश पंत

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आदर्श चम्पावत की परिकल्पना को पूर्ण करने की दिशा में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का अहम एवं विशेष स्थान

चम्पावत। उत्तराखण्ड@25 आदर्श चम्पावत की समीक्षा बैठक जिला सभागार में जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे की अध्यक्षता में यूकॉस्ट देहरादून एवं जिला प्रशासन चम्पावत के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित की गयी। इस अवसर पर प्रहलाद अधिकारी के द्वारा चम्पावत जनपद में किये जा रहे विविध कार्यों के बारे में प्रस्तुतिकरण के माध्यम से जानकारी दी गयी।

इस अवसर पर महानिदेशक यूकॉस्ट प्रो. दुर्गेश पंत के द्वारा विभिन्न रेखीय एवं केन्द्रीय संस्थानों के साथ किये जा रहे कार्यों, जीआईएस आधारित डैशबोर्ड, महिला प्रौद्योगिकी केन्द्र, एआई मिशन, स्टैम लैब, सीमैप के सहयोग से एरोमा मिशन, आईआईपी एवं एनटीपीसी के सहयोग से वेस्ट टू वैल्थ, मुख्यमंत्री लैब ऑन व्हीलस इत्यादि के बारे में जानकारी दी। उन्होने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री की आदर्श चम्पावत की परिकल्पना को पूर्ण करने की दिशा में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का अहम एवं विशेष स्थान है। आदर्श चम्पावत का मॉडल विज्ञान प्रौद्योगिकी केन्द्रीत रहेगा, जिससे यह दीर्घकालीन सत्त विकास के रूप में कार्य करेगा और अन्य जिलों के लिए भी एक प्रेरणादायक मॉडल बनेगा। जनपद को आदर्श जनपद के रूप में विकसित करने में महिलाओं की भी भागेदारी होगी और यूकॉस्ट के द्वारा इस दिशा में कार्य भी किये जा रहे है। इसी क्रम में चम्पावत जनपद में प्रथम महिला प्रौद्योगिकी केन्द्र की स्थापना किया जाना प्रस्तावित है।

बैठक में प्रधान वैज्ञानिक डॉ. हरीश कर्नाटक, वैज्ञानिक डॉ. कमल पाण्डे, ईसरो आईआईआरएस देहरादून के द्वारा आदर्श चम्पावत के लिए तैयार किये जा रहे डैश बोर्ड के बारे में जानकारी दी। उन्होंने चम्पावत जनपद में उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों से संबंधित जानकारिया प्रदर्शित की। उनके द्वारा ऑनलाइन डैश बोर्ड का भी प्रदर्शन किया गया। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा आदर्श चम्पावत में यूकॉस्ट के द्वारा विभिन्न विभागों के साथ मिलकर किये जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि ईसरो के द्वारा जो डैश बोर्ड तैयार किया जा रहा है उसकी सहायता से जनपद के रेखीय विभागों को विभिन्न योजनाओं के लिए लाभार्थियों के चयन में आसानी होगी। उन्होंने कहा कि जनपद में किसी भी परियोजना के कार्यों के क्रियान्वयन के लिए जिला प्रशासन के द्वारा हर सम्भव सहायता की जायेगी। इस अवसर पर अनुभव सिंह के द्वारा ऑनलाइन माध्यम से जुड़कर विभिन्न रेखीय विभागों के डेटा से आदर्श चम्पावत के लिये तैयार किये जा रहे डैश बोर्ड के बारे में जानकारी दी गयी।

एनटीपीसी के प्रतिनिधि हिमांशु के द्वारा ऑनलाइन माध्यम से जुड़कर चम्पावत जनपद में पिरूल परियोजना के माध्यम से ब्रेकेटस के बनाने के बारे मे जानकारी दी गयी। आईआईपी देहरादून के डॉ. पंकज आर्या द्वारा भी ऑनलाइन जुड़कर पिरूल के माध्यम से ब्रेकेटस तैयार करने एवं ग्रामीण महिलाओं के लिए चूल्हा तैयार करने के बारे में जानकारी दी गयी। हैन एग्रोकेयर डॉ. हिरेशा वर्मा के द्वारा चम्पावत जनपद में मेडिसिनल मशरूम की खेती के बारे में जानकारी दी गयी। उन्होंने मेडिसिनल मशरूम के माध्यम से महिलाओं की आजीविका में सुधार करने के बारे में बताया।

वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी यूकॉस्ट डॉ. पीयूष जोशी के द्वारा उद्यमिता विकास कार्यक्रम के अर्न्तगत राज्य के विभिन्न जिले में स्थापित किये जा रहे तकनीकी संसाधन केन्द्रों के बारे में जानकारी दी गयी। उन्होंने कहा कि चम्पावत जनपद में भी विभिन्न तकनीकी संसाधन केन्द्रों की स्थापना की जा रही है। इस अवसर पर डॉ. रीमा पंत ने कहा कि जनपद के विभिन्न ब्लॉकों के विद्यालयों में पढ़ाई कर रही छात्राओं को हमे स्टैम के बारे में प्रशिक्षित किये जाने की आवश्यकता है। कार्यक्रम समन्वयक देवेन्द्र सिंह यूकॉस्ट के द्वारा चम्पावत जनपद में सीमैप लखनऊ के साथ किये जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी गयी। उन्होंने कहा कि सीमैप के द्वारा चम्पावत जनपद के पुनेठी एवं नरसिंहडांडा गाँव में रोजमैरी एवं जिरेनियम की पौध किसानों को उपलब्ध करवा दी गयी है। इस अवसर पर पुलिस अधिक्षक अजय गणपति, सीडीओ संजय कुमार सिंह, विभिन्न रेखीय विभागों के अधिकारी, एनजीओ, स्वयं सहायता समूहों के प्रतिनिधियों सहित सुरेन्द्र सिंह मनराल, पारस उपाध्याय आदि उपस्थित थे।