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स्वामी विवेकानंद सनातन जनजागरण यात्रा 31 दिसंबर को पहुंचेगी मायावती आश्रमी, एक जनवरी को चम्पावत में गोल्ज्यू मंदिर तक निकाली जाएगी पदयात्रा

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चम्पावत। स्वामी विवेकांनद सनातन जनजागरण यात्रा 31 दिसंबर को दिन में अद्वैत आश्रम (मायावती आश्रम) लोहाघाट पहुंचेगी। उसके बाद 1 जनवरी 2025 को प्रातः 9 बजे श्री बालेश्वर मंदिर चम्पावत से गोल्ज्यू मंदिर तक स्वामी विवेकांनद सनातन जनजागरण पदयात्रा निकाली जाएगी।

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अभियान संयोजक आचार्य डॉ. बिपिन जोशी ने बताया देवभूमि उत्तराखंड को योग, ध्यान, आयुर्वेद प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से वैलनेस का एक बड़ा हब बनाना, सरकार द्वारा बनाए गए स्वामी विवेकांनद पर्यटन सर्किट सहित संपूर्ण उत्तराखंड के गांवों को योग और आयुर्वेद ग्रामों के रूप में विकसित कर संपूर्ण विश्व को स्वास्थ्य और उत्तराखंड को वैलनेस के माध्यम से रोजगार मिल सकता है। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य उत्तराखंड के युवाओं को संस्कार, स्वरोजगार और व्यवहार के माध्यम से पलायन रोकना और रिवर्स पलायन है। चम्पावत पर्यटन विभाग, व्यापार मंडल चम्पावत, बालेश्वर मंदिर चम्पावत सहित चम्पावत की सभी धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं का सहयोग यात्रा के साथ है।

बताया कि स्वामी विवेकानंद ने सन 1900/1901 में उत्तराखंड में नैनीताल जिले के काठगोदाम रेलवे स्टेशन से मायावती आश्रम लोहाघाट तक यात्रा की थी। इस वर्ष 125 साल पूर्ण होने पर स्वामी विवेकांनद स्मृति पदयात्रा समिति द्वारा स्वामी विवेकानंद सनातन जनजागरण यात्रा अभियान चलाया जा रहा है। सनातन धर्म के जनजागरण देवभूमि उत्तराखंड की संस्कृति संस्कारों रीति-रिवाजों के संरक्षण संवर्धन और नई पीढ़ी को संस्कारवान बनाने के शुभ संकल्प के साथ अभियान संयोजक आचार्य डॉ. बिपिन जोशी ने चम्पावत में बालेश्वर मंदिर में पत्रकार वार्ता में बताया कि स्वामी विवेकानंद जी ने 29 दिसम्बर 1900 में काठगोदाम से मायावती आश्रम तक यात्रा की थी। प्रथम पड़ाव काठगोदाम रेलवे स्टेशन, द्वितीय पड़ाव धारी, तृतीय पड़ाव पहाड़पानी, चतुर्थ पड़ाव मोरनौला, पंचम पड़ाव धूनाघाट, छठवे पड़ाव में लोहाघाट मायावती आश्रम पहुंचे थे। जिसकी दिसंबर 2024/ जनवरी 2025 में 125 वीं वर्षगांठ है। स्वामी विवेकांनद स्मृति पदयात्रा समिति संस्कार परिवार देहरादून द्वारा इस अवसर पर एक यात्रा 28 दिसंबर को स्वामी विवेकांनद की तपस्थली प्राचीन बाबडी शिव मंदिर राजपुर देहरादून से आध्यात्मिक गुरु आचार्य डॉ. बिपिन जोशी के पावन सानिध्य में आरम्भ होगी, हरिद्वार, नजीबाबाद, धामपुर, काशीपुर, बाजपुर होते हुए यात्रा 28 दिसंबर रात हल्द्वानी पहुंचेगी। रात्रि में विशेष ध्यान साधना सत्र आयोजित किया आएगा। 29 दिसम्बर प्रातः विशेष योग ध्यान सत्र के बाद शहीद स्थल नैनीताल रोड हल्द्वानी से स्वामी विवेकांनद स्मारक काठगोदाम तक पदयात्रा निकाली जाएगी। स्वामी विवेकानंद स्मारक में माल्यार्पण के बाद वाहनों से यात्रा भीमताल, खुटानी होते हुए पदमपुरी के रास्ते अपने द्वितीय पड़ाव धारी पहुंचेगी। रात्रि विश्राम धारी मे होगा। यात्रा 29 दिसम्बर उसी तिथि पर निकाली जा रही है, जिस तिथि यानि 29 दिसंबर 1900 को स्वामी जी ने 125 वर्ष पूर्व यात्रा आरंभ की थी। 30 दिसंबर प्रातः यात्रा धारी से तृतीय पड़ाव पहाड़पानी होते हुए चतुर्थ पड़ाव मोरनौला पहुंचेगी और रात्रि विश्राम डोल आश्रम में होगा। 31 दिसंबर प्रातः यात्रा मोरनौला से पंचम पड़ाव धुनाघाट होते हुये मायावती आश्रम लोहाघाट पहुंचेगी। रात्रि विश्राम मायावती आश्रम लोहाघाट में होगा। 1 जनवरी 2025 को चम्पावत में स्वामी विवेकांनद सनातन जनजागरण पदयात्रा निकाली जाएगी ।जगह जगह योग और ध्यान कार्यक्रमों का भी आयोजन होगा। 1 जनवरी रात्रि तक यात्रा देहरादून लौट आएगी। 2 जनवरी से 11 जनवरी तक देश के विभिन्न भागों में स्वामी विवेकानंद सनातन जनजागरण अभियान चलाया जायेगा। स्वामी विवेकानंद जयंती 12 जनवरी युवा दिवस के शुभ अवसर पर प्रतिभावान युवाओं के सम्मान के साथ अभियान को प्रयागराज कुंभ में चलाया जाएगा। पत्रकार वार्ता में अभियान संयोजक योगाचार्य डॉ. बिपिन जोशी, चम्पावत व्यापार मंडल के अध्यक्ष विकास साह, महामंत्री हरीश सक्टा, महंत पवन गिरी, कुंवर सिंह, त्रिभुवन सिंह, जितेंद्र मलिक आदि उपस्थित रहे।

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