चम्पावत जिले में भाजपा ने लिया एक्शन, चम्पावत के निवर्तमान चेयरमैन समेत पांच को पार्टी से बाहर किया
चम्पावत। निकाय चुनाव में अपनों से ही कड़ी चुनौती का सामना कर रही भाजपा अब एक्शन में आ गई है। भाजपा ने चम्पावत के निवर्तमान चेयरमैन समेत पांच नेताओं को पार्टी से बाहर कर दिया है। सभी को 6 साल के लिए निष्कासित किया गया है। निष्कासित किए गए कार्यकर्ताओं में चम्पावत में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहीं ममता वर्मा भी शामिल हैं।
भाजपा ने चम्पावत के निवर्तमान चेयरमैन विजय वर्मा, लोहाघाट नगर पंचायत के दो बार अध्यक्ष रहे भूपाल सिंह मेहता, बनबसा के बूथ अध्यक्ष बिजेंद्र कुमार और सनी देवल को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। मालूम हो कि चम्पावत के निवर्तमान चेयरमैन विजय वर्मा वर्ष 2018 में कांग्रेस के टिकट पर अध्यक्ष पद पर काबिज हुए थे। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के चम्पावत सीट से उपचुनाव में उतरने पर मई 2022 में वे कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे। चम्पावत की पालिकाध्यक्ष सीट महिला आरक्षित होने पर उनकी ओर से पत्नी ममता वर्मा के नाम की दावेदारी की गई थी। अब ममता वर्मा निर्दलीय के रूप में चुनाव मैदान में हैं और खासी चुनौती दे रही हैं। वे भी भाजपा की सदस्य रही हैं। पार्टी ने उनको भी निष्कासित कर दिया है।
लोहाघाट नगर पंचायत के दो बार अध्यक्ष रहे भूपाल सिंह मेहता ने भाजपा से लोहाघाट पालिकाध्यक्ष के लिए टिकट मांगा था, लेकिन टिकट नहीं मिलने पर मेहता ने पार्टी छोड़ दी और चुनाव मैदान में निर्दलीय के रूप में उतरे हैं। अब पाटीं ने उन्हें भी निष्कासित कर दिया है। बनबसा के बूथ अध्यक्ष सनी देवल भी भाजपा से विद्रोही प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं। वहीं भाजपा के दूसरे बूथ अध्यक्ष विजेंद्र कुमार भाजपा को छोड़ कर कांग्रेस में शामिल होने के अब कांग्रेस की ओर से बनबसा नगर पंचायत के अध्यक्ष के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष निर्मल सिंह माहरा और जिला महामंत्री मुकेश कलखुड़िया का कहना है कि पार्टी में अनुशासनहीनता, दगाबाजी और भितराघात को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे लोगों पर नजर रखी जा रही है।