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उत्तराखंड: रक्षक ही बना भक्षक, नेत्रहीन महिला के मकान बेच कर आए रुपयों के लालच में दरोगा ने साथियों के साथ मिल कर मां-बेटे को लगाया ठिकाने, पुलिस ने तीनों को किया गिरफ्तार

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हरिद्वार। मां-बेटे की हत्या का खुलासा करते हुए हरिद्वार पुलिस ने पुलिस लाइन में तैनात पुलिस दारेागा छुन्ना सिंह सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि मां-बेटे के पास से बीस लाख रुपए भी दारोगा और इसके साथियों ने लूट लिए थे। पुलिस ने रकम भी दारोगा और उसके साथियों के कब्जे से बरामद किए हैं। वहीं मामले में फरार आरोपियों की तलाश की जा रही है।

क्या है पूरा मामला, एक पर्ची से कैसे खुला राज

एसएसपी हरिद्वार ने बताया कि कुछ दिन पहले झबरेडा में एक 20 साल के युवक का शव मिला था। जिसके जेब से एक पर्ची मिली थी। पर्ची में कुछ नंबर थे और एक नंबर सलेमपुर क्षेत्र के मिस्त्री का था। चूंकि युवक की हत्या की गई थी, इसलिए पुलिस ने जांच तेज की और युवक की फोटो से उसकी शिनाख्त हो गई। युवक की शिनाख्त के बाद पुलिस के सामने चौंकाने वाले खुलासे हुए। जिसके तार सीधे पुलिस के ही दारेागा छुन्ना सिंह से जुडे थे।

सिपाही ने क्यों की मां-बेटे की हत्या ये था पूरा मामला

बिना पति अपने बेटे नरेन्द्र उर्फ राजा का पालन पोषण कर रही कांठ मुरादाबाद निवासी दृष्टिहीन ममता ने वहां की अपनी प्रॉपर्टी बेचकर रोजगार की तलाश में करीब डेढ़ साल पहले हरिद्वार का रुख किया और प्रॉपर्टी बेचकर आए रुपयों से रोशनाबाद हरिद्वार में 01 मकान खरीदा। यहां रोजगार की तलाश के दौरान ममता पुलिस लाइन रोशनाबाद में तैनात एक दरोगा छुन्ना सिंह और एक अन्य व्यक्ति शहजाद के सम्पर्क में आयी।

दोनों ने उसे भरोसे में लेकर प्रॉपर्टी बेचने के लिए उकसाते हुए ये आश्वासन दिया कि वो उसकी देखभाल के साथ-साथ पूरा ख्याल रखेंगे। इस बात पर भरोसा कर महिला ने रोशनाबाद स्थित अपने मकान का सौदा 20 लाख रुपए में तय कर मकान बेच दिया। जिसमें से 01 लाख रुपये की पेमेंट होनी बाकी थी। बड़ी नगदी हासिल करने का लालच और ऊपर से दृष्टिहीन महिला के परिजनों का डर न होने के चलते दोनों हत्यारोपियों ने अपने अन्य साथियों के साथ महिला और उसके बेटे को रास्ते से हटाकर पूरी रकम ऐंठने का प्लान बना दिया और सही मौके का इंतजार करने लगे।

दिनांक 09/02/2024 को प्लान के मुताबिक हत्यारोपियों ने वारदात को अंजाम देने के लिए वह वक्त चुना जब महिला अपने मकान का कब्जा नए मकान मालिक को देकर बचे हुए 01 लाख रुपये भी ले चुकी थी। योजना के मुताबिक मां-बेटे को अपने बुलाए गए ऑल्टो कार में बैठाकर ले जाया गया और मौका मिलते ही गला घोंटकर दोनों की हत्या कर दी गई। इसके बाद प्रकरण को बड़ी सनसनी बनने से रोकने के लिए दोनो शवों को अलग- अलग स्थानों पर लावारिस हालत में फेंक दिया गया। पुलिस टीम ने बंटवारे में आयी रकम से खरीदी गई ऑल्टो कार बरामद करने के पश्चात अब हिस्से में आए शेष नगदी एवं अन्य सामान की रिकवरी के लिए विभिन्न तरीकों से प्रयास कर रही है। मामले के खुलासे में इमानदार कोशिश के लिए पुलिस को आमजन की भरपूर सराहना मिल रही है। साथ ही आमजन एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल की नेतृत्व क्षमता एवं शीशे की तरह साफ.सुथरी कार्यशैली को भी पूरी तरह अपना जनसमर्थन दे रहे हैं।

पकड़े गए हत्यारोपियों का विवऱण.
1- शहजाद पुत्र शऱाफत निवासी. ग्राम अकबरपुर झौझा थाना झबरेडा जिला हरिद्वार व
2- विनोद उर्फ काला पुत्र अमर सिंह निवासी. सराय ज्वालापुर
3- छुन्ना सिंह पुत्र श्री भोलानाथ निवासी. ग्राम राठा पोस्ट मसूदपुर थाना अछला जिला औरेया उ0प्र0 व हाल निवासी.हनुमान नगर गली नं.- 02 थाना ऐत्माददौला आगरा जनपद आगरा उ0प्र0