उत्तराखण्डनवीनतमपिथौरागढ़पौड़ी

उत्तराखंड की इस खबर को पढ़ कर आप दहल जाएंगे : स्कूल जा रही छात्रा को कुत्तों के झुंड ने नोच डाला, स्कूल में हालत बिगड़ने पर पांच साल की छात्रा की मौत

ख़बर शेयर करें -

उत्तराखंड के जनपद पिथौरागढ़ में स्कूल जा रही एक छात्रा को लावारिस कुत्तों के झुंड ने नोचकर गंभीर रूप से जख्मी कर दिया। पीठ पर किताबों से भरा बस्ता होने पर छात्रा कुत्तों के हमले से बचने के लिए भाग नहीं सकी। इस घटना से छात्रा बेहद डरी हुई है। वहीं पिथौरागढ़ जिला अस्पताल में तीन महीने में अब तक कुत्तों के काटने के 517 मामले आ चुके हैं।

नगर के लिंठ्यूडा निवासी दसवीं कक्षा की छात्रा लक्षिका बृहस्पतिवार सुबह स्कूल जा रही थी। तभी रास्ते में कुत्तों के झुंड ने उस पर हमला कर दिया। कुत्तों ने उसके हाथ और पैर पर गहरे जख्म कर दिए। सूचना पर घबराए परिजन छात्रा को तत्काल अस्पताल ले गए जहां चिकित्सकों ने उसका उपचार कर रेबीज वैक्सीन लगाया। इस घटना से शहर के लोग और छात्रा के परिजन सहमे हैं। छात्रा के परिजनों ने बताया कि कुत्तों के हमले से घबराई लक्षिका स्कूल जाने से डर रही है। छात्रा के अलावा बृहस्पतिवार को जिला अस्पताल में 41 लोग रेबीज का इंजेक्शन लगाने पहुंचे।वहीं जिला अस्पताल के पीएमएस डॉ. जेएस नबियाल ने बताया कि अस्पताल में रेबीज के टीके उपलब्ध हैं।

स्कूल में हालत बिगड़ने पर पांच साल की छात्रा की मौत, चिकित्सक ने कहा- जहरीले कीड़े ने काटा

कोटद्वार। स्कूल में हालत बिगड़ने के कुछ मिनटों बाद पांच वर्ष की एक छात्रा की मौत हो गई। स्कूल प्रबंधन का कहना है कि छात्रा कई दिनों से अस्वस्थ चल रही थी, वहीं बेस अस्पताल के चिकित्सक ने सांप या किसी विषैले कीड़े के काटने से बच्ची की मौत होने की आशंका जताई है। रोते-बिलखते परिजन बेटी का शव घर ले गए।
कलालघाटी निवासी दंपती मुकेश रावत एवं रेखा की पुत्री खुशी (5) लिटिल चिल्ड्रन होम एकेडमी कण्वघाटी में यूकेजी में पढ़ती थी। बृहस्पतिवार सुबह खुशी स्कूल गई थी। जहां हालत बिगड़ने पर वह बेसुध हो गई। परिजनों से संपर्क नहीं होने पर स्कूल संचालक प्रीतम सिंह खुशी को उसके घर ले गए। खुशी के माता-पिता घर पर नहीं मिले। एक पड़ोसी की मदद से खुशी की मां रेखा को बुलाया गया। प्रीतम और रेखा खुशी को पीएचसी कलालघाटी लेकर पहुंचे। प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सक ने खुशी को बेस अस्पताल रेफर कर दिया। जहां चिकित्सकों ने खुशी को मृत घोषित कर दिया।
बेस अस्पताल के चिकित्सक डॉ.इमरान का कहना है कि बच्ची के पैर में सांप या किसी जहरीले कीड़े के काटने के निशान मिले हैं। वहीं, स्कूल संचालक प्रीतम सिंह ने सांप के काटने से इनकार किया। उन्होंने बताया कि खुशी को निमोनिया की समस्या थी और वह पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रही थी। वह पहले भी कक्षा में सो जाती थी। वह बुधवार को स्कूल नहीं आई थी। बृहस्पतिवार को भी वह कक्षा में बेसुध हो गई। उठाने पर भी जब वह नहीं उठी, तो उसे उपचार के लिए ले जाया गया। वहीं, खुशी की मौत से परिवार में कोहराम मचा है।