जिला चिकित्सालय चम्पावत की चिकित्सा प्रबन्धन समिति की त्रैमासिक बैठक हुई संपन्न, आवश्यक कार्यों के प्रस्तावों को प्रदान की गई स्वीकृति

चम्पावत। जिला चिकित्सालय चम्पावत की चिकित्सा प्रबन्धन समिति की त्रैमासिक बैठक मंगलवार को जिला कार्यालय सभागार में प्रभारी जिलाधिकारी जयवर्धन शर्मा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिलाधिकारी ने मरीजों को चिकित्सालय में हरसंभव सुविधा देने के निर्देश दिए।
बैठक में वित्तीय वर्ष 2024-25 में हुए व्यय का विवरण प्रस्तुत किया गया एवं आगामी वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए अनुमानित बजट प्रस्तावों पर चर्चा कर अनुमोदन प्रदान किया गया।

बैठक में अस्पताल में आवश्यक दवाओं, रेडियोलॉजी, पैथोलॉजी, उपकरणों व अन्य चिकित्सा सामग्रियों की खरीद, विभिन्न पंजिकाओं व प्रपत्रों की छपाई, विद्युत, पानी एवं टेलीफोन बिलों के भुगतान, लेनिन धुलाई, अस्पताल परिसर की सफाई व्यवस्था, वाहनों एवं जनरेटर के संचालन व अनुरक्षण, कार्यालय संचालन, मरीजों के भोजन, फर्नीचर एवं उपकरणों की खरीद, छोटे निर्माण कार्यों, भवन कर भुगतान, आकस्मिक आवश्यकताओं, फायर सेफ्टी एवं अन्य आवश्यक कार्यों के प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान की गई।
बैठक में चिकित्सालय के सिंगल नोडल अकाउंट (एस.एन. अकाउंट) पर भी विस्तार से चर्चा हुई, जो अस्पताल की आय और व्यय में पारदर्शिता सुनिश्चित करता है। इसके अलावा, प्र० जिलाधिकारी ने समिति को निर्देश दिया कि आउटसोर्सिंग से कार्यरत सभी कर्मचारियों को नियमित वेतन दिया जाए और न्यूनतम वेतन अधिनियम (Minimum Wages Act) का पूर्ण रूप से पालन किया जाए। साथ ही, स्वर्ग वाहन की उपलब्धता से संबंधित प्रस्ताव पर भी चर्चा की गई तथा अस्पताल में बायोमेट्रिक उपस्थिति प्रणाली को अनिवार्य रूप से लागू करने पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में विभिन्न मदों में व्यय की समीक्षा की गई और आगामी आवश्यकताओं पर विचार करते हुए संबंधित प्रस्तावों को स्वीकृति प्रदान की गई। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश चौहान, वरिष्ठ कोषाधिकारी सीमा बंगवाल, पीएमएस जिला अस्पताल डॉ. एचएस ह्यांकि, यूपीसीएल से अभियंता संजय भंडारी, संबंधित विभागों के अधिकारीगण एवं समिति के सदस्य उपस्थित रहे।
