सीएम के आदर्श जिले में जान हथेली पर रख कर स्कूल जाने को विवश हुए बच्चे
अमित जोशी बिट्टू/टनकपुर सहयोगी। सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मॉडर्न विधानसभा क्षेत्र में क्षेत्रीय जनता अपने अधिकारों के लिए संघर्ष करती नजर आ रही है। वहीं नौलापानी ग्राम पंचायत के छात्र छात्राओं को हाईस्कूल, इण्टरमीडिएट तथा स्नातक की पढ़ाई करने प्रतिदिन पांच से दस किलोमीटर पैदल चल कर जान हथेली पर रख नदी पार कर अमोड़ी जाने को मजबूर हैं। हाईस्कूल इंटरमीडिएट समेत उच्च शिक्षा ग्रहण करने के लिए चल्थी इण्टर कॉलेज जाने के लिए बनी चल्थी नौलापानी सड़क छः जुलाई को भारी वर्षा से भूस्खलन होने से अनेकों जगह मलवा पत्थर आने से अभी तक बंद है। जिससे आवागमन ठप्प हो गया है। वहीं वहीं आठ जुलाई को बेलखेत के झूलापुल के बहने से भी लोगों के आवागमन पर ब्रेक लगा हुआ है।
लधिया नदी में जल स्तर बढ़ा हुआ है, लेकिन मजबूरी में नौलापानी गांव के स्कूली छात्र छात्राओं को शिक्षा ग्रहण करने के लिए जान जोखिम में डालकर नदी पार करना पडता है। वहीं अभिभावकों का कहना है कि हर समय दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। जबकि क्षेत्रवासी वर्षों से तलियाबांज में इण्टर कालेज एवं नौलापानी से शीशनगर के बीच झूला पुल बनाने की मांग करते हुए थक चुके हैं। नौलापानी की प्रधान गीता देवी ने बताया कि उन्होंने अनेकों बार विधायक, सांसद, केन्द्रीय राज्यमंत्री अजय टम्टा, मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिये, लेकिन आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। पूर्व प्रधान शंकर जोशी, जगदीश चौहान, ईश्वरी जोशी ने बताया कि एक ओर नीचे से लधिया नदी का गांव की तरफ रुख हो जाने से भूकटाव होने से नौलापानी गांव का अस्तित्व ख़तरे में है। दूसरी ओर सड़क के एक सप्ताह से बंद होने से बीमार, वृद्धों, दिव्यांग जनों स्कूली बच्चों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिससे क्षेत्रवासियों में तीव्र आक्रोश व्याप्त है। ग्रामीणों ने शीघ्र सड़क से मलवा पत्थर हटाकर यातायात सुचारू करने की मांग की है।