उत्तराखण्डक्राइमनवीनतमनैनीताल

हल्द्वानी: पुलिस कांस्टेबल ने रची साजिश, युवक की हत्या कर दंगे में मरा दिखाने थी कोशिश, पुलिस ने किया खुलासा, तीन गिरफ्तार, दंगों के मास्टरमाइंड मलिक और उसके बेटे के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी

ख़बर शेयर करें -

हल्द्वानी में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा ने आज बनभूलपुरा में हुए दंगे को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की और उन्होंने बताया कि इस दंगे के दौरान प्रकाश कुमार नाम के एक व्यक्ति की भी मौत हुई थी। जब पुलिस ने जांच की तो यह बात सामने आई कि दंगों में प्रकाश कुमार की मौत नहीं हुई थी। एसएसपी ने खुलासा करते हुए बताया की रंजिश के कारण प्रकाश कुमार की हत्या कराई गई थी और हत्या में पुलिस कांस्टेबल, उसकी पत्नी और साले सहित एक अन्य ने मिलकर हत्या की थी। एसएसपी ने बताया कि पुलिस कांस्टेबल की पत्नी से प्रकाश कुमार के अवैध संबंध थे। इस बीच हत्या कर दंगे में मौत दिखाने की साजिश इनके द्वारा रची गई। बताया जा रहा है कि प्रकाश कुमार को गोला पार बुलाया गया, जहां उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई और उसे दंगे में मौत दिखाने के लिए यहां लाया गया। तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि पुलिस कांस्टेबल की पत्नी फरार है।

नैनीताल एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने मामले का खुलासा करते हुए बताया प्रकाश का शव हिंसा प्रभावित इलाके में मिला था। उस समय प्रकाश की मौत को हिंसा से जोड़कर देखा जा रहा था। उन्होंने बताया प्रकाश की मौत दंगे में नहीं हुई थी। उसकी हत्या की गई थी। हत्या में उत्तराखंड पुलिस का जवान समेत अन्य तीन लोग शामिल थे। नैनीताल एसएसपी ने बताया प्रकाश की हत्या चोरगलिया थाने में तैनात पुलिस के एक जवान और उसके अन्य तीन साथियों ने मिलकर की थी। बताया जा रहा है कि प्रकाश का पुलिस के जवान की पत्नी के साथ अवैध संबंध था। जिसे वह ब्लैकमेल कर रहा था। वह पैसों की भी डिमांड कर रहा था। ऐसे में पुलिस के जवान ने दंगे की आड़ में प्रकाश को ठिकाने लगा दिया। हत्या के बाद प्रकाश के शव को हिंसा प्रभावित क्षेत्र बनभूलपुरा में छोड़ दिया।

प्रकाश के सर पर तीन गोलियां लगी थीं। प्रकाश को अवैध असलहे से गोली मारी गई थी। प्रकाश हिंसा वाले दिन ही हल्द्वानी पहुंचा था। हत्यारे ने प्रकाश को हल्द्वानी गोला पार बुलाया था। इस हत्याकांड में पुलिस का जवान, जवान की पत्नी, जवान का साला साले के दोस्त शामिल हैं। अभी तक इस मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी हो गई है, जबकि पुलिस जवान की पत्नी फरार है। पुलिस ने अवैध पिस्तौल को बरामद कर लिया है।

एसएसपी ने बताया पुलिस के जवान ने बड़ी ही चालाकी से हिंसा वाले दिन प्रकाश की हत्या की और उसके शव को हिंसा वाली जगह पर फेंक दिया, जिससे किसी को हत्या का शक ना हो। उन्होंने बताया फिलहाल पुलिस ने सभी को गिरफ्तारी कर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है। पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए उत्तराखंड पुलिस के जवान कांस्टेबल बीरेन्द्र सिंह पुत्र स्व. रघुनाथ सिंह निवास खटीमा जिला ऊधम सिंह, सूरज बाईन पुत्र पवित्र बाईन निवासी शक्तिफार्म सितारगंज उधम सिंह नगर, प्रेम सिंह पुत्र स्व. रविशंकर सिंह निवासी ढौराडाम थाना किच्छा ऊधम सिंह नगर, नईम खान उर्फ बबलू पुत्र नसीम खान निवासी इन्द्रानगर पश्चिमी उजालानगर बनभूलपुरा हल्द्वानी को गिरफ्तार किया है। कांस्टेबल की पत्नी प्रियंका ग्राम आलावृद्धि खटीमा ऊधम सिंह नगर फरार चल रही है।

वहीं एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने बताया कि बनभूलपुरा हिंसा के पांच और दंगाइयों को पुलिस ने आज गिरफ्तार किया है। अब तक पुलिस 42 दंगाइयों को गिरफ्तार कर चुकी है। जिनसे दर्जनों अवैध असली और गोलियां व कारतूस बरामद हुए हैं। इसके अलावा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हल्द्वानी दंगों के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक और उसके बेटे के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया गया है।