बनबसा में नहर किनारे संदिग्ध परिस्थिति में मिला पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष का शव, हत्या या आत्महत्या को लेकर जांच में जुटी पुलिस
बनबसा/चम्पावत। राजकीय महाविद्यालय बनबसा के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष हरीश बिष्ट का शारदा नहर किनारे संदिग्ध परिस्थितियों में शव मिला। हरीश बिष्ट 13 दिसंबर से घर से लापता था। शनिवार को पुलिस ने फोन सर्विलांस के आधार पर हरीश की खोजबीन करते हुए शव बरामद किया। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया है। मामले की जांच की जा रही है। फिलहाल मामला हत्या या आत्महत्या की गुत्थी के बीच उलझा हुआ है।
जानकारी के अनुसार ग्राम सभा गुदमी के तोक भैंसाझाला निवासी राजकीय महाविद्यालय बनबसा के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष 22 वर्षीय हरीश सिंह बिष्ट शुक्रवार शाम लगभग 4 बजे अपने घर भैंसाझाला से स्कूटी लेकर निकला था, लेकिन देर शाम तक घर नहीं लौटा। इस पर परिजनों ने उसके मोबाइल पर कॉल किया लेकिन फोन नहीं उठा। अनहोनी की आशंका जताते हुए परिजनों ने पुलिस को मामले की सूचना दी। सूचना के बाद बनबसा थाना पुलिस ने हरीश बिष्ट की खोजबीन शुरू की।
पुलिस के काफी खोजबिन के बाद शनिवार को गड़ीगोठ पुल से कैनाल जाने वाले मार्ग पर नहर किनारे शिव मंदिर के पास हरीश की स्कूटी खड़ी मिली। वहीं पास में ही हरीश भी अचेत अवस्था में जमीन पर उल्टा पड़ा हुआ था। पुलिस ने हरीश को उपचार के लिए उप संयुक्त चिकित्सालय टनकपुर भिजवाया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
बता दें हरीश बिष्ट वर्ष 2022 में बनबसा महाविद्यालय के छात्रसंघ अध्यक्ष रहे हैं। मृतक के पिता राजेंद्र सिंह बिष्ट डेयरी में दूध पहुंचाने का काम करते हैं। हरीश बिष्ट घर में सबसे बड़ा था। हरीश का एक भाई और दो बहने हैं। हरीश बिष्ट की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। थानाध्यक्ष बनबसा लक्ष्मण सिंह जगवाण ने बताया है कि हरीश बिष्ट की संदिग्ध परिस्थित में मौत हुई है। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया है। पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असल कारणों का पता चल पाएगा। फिलहाल पुलिस उक्त मामले की जांच कर रही है।